नई दिल्ली। राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने चैत्र शुक्लादि, उगादि, गुड़ी पड़वा, चेती चांद, नवरेह और साजिबु चेरोबा की पूर्व संध्या पर सभी देशवासियों को बधाई दी है।
राष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा, “मैं सभी देशवासियों को चैत्र शुक्लादि, उगादि, गुड़ी पड़वा, चेती चांद, नवरेह और साजिबु चेरोबा के पावन अवसर पर बधाई और शुभकामनाएं देती हूं।
भारतीय नव वर्ष के आगमन पर मनाए जाने वाले हमारी आस्था के प्रतीक-ये पर्व हमारी प्राचीन संस्कृति के वाहक हैं। खुशियों के ये त्योहार समाज में सामाजिक समरसता और भाईचारे की भावना को मजबूत करते हैं। इन त्योहारों के माध्यम से हम प्रकृति का आभार भी व्यक्त करते हैं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने उगादि, गुड़ी पड़वा, चैत्र शुक्लादि, चेती चांद, नवरेह और साजिबु चेरोबा की पूर्व संध्या पर देशवासियों को बधाई दी है। अपने संदेश में उन्होंने कहा है कि “मैं अपने सभी देशवासियों को उगादि, गुड़ी पड़वा, चैत्र शुक्लादि, चेती चांद, नवरेह और साजिबु चेरोबा के पावन अवसर पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग नामों से मनाये जाने वाले ये त्योहार हमारे पारंपरिक नव वर्ष की शुरुआत के प्रतीक हैं और पूरे देश में खुशी और एकजुटता की भावना का संचार करते हैं। ये त्योहार, अपने स्वरूप में भिन्न जरूर हैं लेकिन इनका सारतत्व एक ही हैं, ये हमारी समृद्ध सामासिक संस्कृति का एक और प्रमाण हैं।
मैं कामना करता हूं कि नव वर्ष सभी के लिए खुशहाली, शांति और समृद्धि लेकर आए।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चैत्र शुक्ल प्रतिपदा सम्वत्-2080 से प्रारम्भ भारतीय नव सम्वत्सर व चैत्र नवरात्रि पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सभी प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि एवं मंगलमय भविष्य की कामना भी की है।
अपने बधाई सन्देश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि चैत्र नवरात्रि प्रकृति और शक्ति की उपासना का पर्व है। इस पर्व में उपवास, प्रार्थना एवं ध्यान का विशेष महत्व है। चैत्र नवरात्रि से ही नववर्ष के पंचांग की गणना शुरू होती है। इस समय मौसम में परिवर्तन भी होता है। इसलिए धर्म, अध्यात्म, ज्योतिष के साथ-साथ वैज्ञानिक दृष्टि से भी नवरात्रि का महत्व है।