दिल्ली। लंबे समय से भाजपा की सक्रिय राजनीति को अलविदा कहने वाले पूर्व सांसद राजेन्द्र कुमार शर्मा को यूपी के रामपुर में लोग आज भी उतना ही सम्मान करते है जितना उनके सांसद रहते हुए करते थे। दो दिन पहले पूर्व सांसद राजेन्द्र कुमार शर्मा की कोरोना से मौत के बाद रामपुर के लोग सदमे में हैं। अस्सी साल की उम्र भी पूर्व सांसद लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते थे।
बता दें कि राजेन्द्र कुमार शर्मा रामपुर लोकसभा सीट से दो बार सांसद रह चुके थे। वे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे, लेकिन पिछले कई सालों से पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिलने के बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति से किनारा कर लिया था। हालांकि उनके बेटे अमित ने भाजपा का दामन छोड़कर समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
राजेंद्र कुमार शर्मा के बेटे अमित और पुत्रवधु में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। बेटे को फिलहाल कैलाश अस्पताल में ही भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है।
राजेंद्र कुमार शर्मा स्वार टांडा विधानसभा से अपने सियासी सफर की शुरूआत की थी। जहां से वे एक बार विधायक चुने गए। इसके बाद उन्होंने जिले की राजनीति शुरू की। 1977 में हुए लोकसभा चुनाव में लोकदल के टिकट पर राजेंद्र कुमार शर्मा ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के नवाब जुल्फिकार अली उर्फ मिक्की मियां को हराकर पहली बार रामपुर से वह गैर कांग्रेसी सांसद बने। उन्होंने 1991 में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़ा और दूसरी बार रामपुर लोकसभा सीट से सांसद बने। लेकिन, 1996 में हुए लोकसभा चुनाव में हार गए। उन्हें बेगम नूरबानो ने पराजित किया था। इसके बाद 2004 में भी वह भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़े, लेकिन, जीत नहीं सके। पिछले काफी समय से वह राजनीति में सक्रिय नहीं थे।
भाजपा के बड़े नेताओं से थे संबंध
राजेंद्र कुमार शर्मा की भारतीय जनता पार्टी में बड़ी पकड़ थी। उनके चुनाव में प्रचार के लिए भाजपा वरिष्ठ के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह भी रामपुर आए थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई से भी पूर्व सांसद के अच्छे संबंध थे।
पिछले साल साल लोकसभा चुनाव से पहले पूर्व सांसद राजेंद्र शर्मा ने पार्टी में पुराने नेताओं को उचित सम्मान नहीं मिलने की नाराजगी के चलते भारतीय जनता पार्टी छोड़ दी थी। हांलाकि उन्होंने किसी दूसरे राजनीतिक दल का दामन नहीं था और राजनीतिक सक्रियता से किनारा कर लिया। इसके बावजूद अब भी रामपुर में लोग उनके पास अलग-अलग मुद्दो पर बातचीत करने व मदद मांगने के लिए आते थे। लोग उन्हें आज भी एक सांसद की तरह ही सम्मान देते थे। वे रामपुर के लाेगाें की यादाें में सदैव जिंदा रहेंगे।
पूर्व सांसद राजेंद्र कुमार शर्मा का इसी सप्ताह कोरोना संक्रमण के कारण निधन हो गया। राजेंद्र कुमार शर्मा बीते 15 दिनों से नोएडा के कैलाश अस्पताल में बर्ती थे जहां उनका कोरोना का इलाज चल रहा था।