नई दिल्ली। जो दिल्ली कुछ हफ्ते पहले कोरोना की जबर्दस्त चपेट में थी, क्या अब वह हर्ड इम्युनिटी यानी कोरोना प्रूफ होने की ओर बढ़ चली है? दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लगता है कि देश की राजधानी के करीब एक तिहाई लोग इम्युनिटी हासिल चुके हैं। केजरीवाल ने एक मीडिया हाउस को दिए इंटरव्यू में दिल्ली में सुधर रहे हालात का जिक्र करते हुए मेट्रो सर्विस शुरू करने के भी संकेत दिए।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि उनका अनुमान है कि दिल्ली अब हर्ड इम्युनिटी की ओर बढ़ रही है। हर्ड इम्युनिटी कोरोना संक्रमण की वह स्थिति है, जिसमें अधिकतर आबादी (कम से कम 60 से 70 प्रतिशत आबादी) संक्रमण के चपेट में आ जाती है और उसके शरीर में बीमारी से लड़ने के लिए ऐंटी-बॉडीज तैयार हो जाती है।
सीरो सर्वे है केजरीवाल के आंकलन का आधार
दिल्ली के सभी 11 जिलों में करवाए गए सीरो सर्वे के आधार पर केजरीवाल ने ईटी को बताया, ‘यह सर्वे जिसमें पता चला कि दिल्ली के 24 प्रतिशत लोगों में कोरोना वायरस के प्रति ऐंटी-बॉडी मिली हैं, 27 जून से 10 जुलाई के बीच करवाया गया था। तो इससे भी पता चलता है कि ऐंटीबॉडी कम से कम 15 दिन पहले तैयार हो गई होंगी। यानी यह तस्वीर 10 जून की रही होगी। अगर जून की शुरुआत में यह हाल था तो मुझे लगता है कि अब यह आंकड़ा 30 से 35 फीसदी हो गया होगा। हम हर्ड इम्युनिटी हासिल कर चुके हैं अथवा नहीं यह तो विशेषज्ञ ही बता सकते हैं। लेकिन हम हर्ड इम्युनिटी की ओर बढ़ रहे हैं। इसका अर्थ है कि मोटे तौर पर दिल्ली के 60-70 लाख लोग कोरोना के संपर्क में आ चुके होंगे और ठीक भी हो गए होंगे।’
लॉकडाउन न लगे, मेट्रो चलाने को तैयार!
केजरीवाल ने कहा कि अब उनका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि दिल्ली में और लॉकडाउन न लगाना पड़े। केजरीवाल ने यह भी कहा कि उन्हें लगता है कि दिल्ली मेट्रो सेवाएं शुरू करने के लिए भी तैयार थी। हालांकि दिल्ली सरकार को मेट्रो खोलने के लिए केंद्र सरकार की अनुमति की जरूरत होगी।
क्या रणनीति आई काम
केजरीवाल के मुताबिक दिल्ली में कोरोना के मामले घटने के पीछे उनकी सरकार की होम आइसोलेशन, टेस्टिंग और अस्पतालों में ऑक्सीजन सपॉर्ट बेड लगातार बढ़ाते रहने की तिहरी रणनीति रही। उन्होंने कहा, ‘अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि दिल्ली में कोरोना का पीक जा चुका है। कोविड 19 की तुलना 1918 के स्पैनिश फ्लू से भी की जा रही है, जिसमें तीन पीक आए थे।’