जयपुर। राजस्थान में चल रही सियासी उठापटक के बीच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को 7 करोड़ के फर्टिलाइजर स्कैम मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के घर और फॉर्म हाउस पर छापा डाला। ईडी की टीम पीपीई किट पहनकर पहुंची। बताया जा रहा है कि तलाशी अभी जारी है। उधर, कस्टम विभाग ने अग्रसेन की कंपनी अनुपम कृषि पर 7 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई है।
मुख्यमंत्री ने मंगलवार को परिवार के खिलाफ ईडी की कार्रवाई की आशंका जताई थी। केंद्रीय एजेंसियां 9 दिन में अब तक 5 बड़ी कार्रवाई कर चुकी हैं।
13 जुलाई: इनकम टैक्स ने कांग्रेस नेता राजीव अरोड़ा, धर्मेद्र राठौड़ के ठिकानों पर छापेमारी की।
20 जुलाई: सीबीआई ने कांग्रेस विधायक कृष्णा पुनिया से पूछताछ की।
21 जुलाई: सीबीआई ने मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी को पूछताछ के लिए बुलाया।
21 जुलाई: कांग्रेस विधायक कृष्णा पुनिया से फिर से पूछताछ की गई।
22 जुलाई: मुख्यमंत्री के बड़े भाई अग्रसेन गहलोत के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की।
इन छापों पर कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि डराने, धमकाने के लिए ईडी के छापे मारे जा रहे हैं। उन्होंने जनमत को चुनौती दी है। उन्होंने 20 और 21 जुलाई को इनकम टैक्स और ईडी के साथ हमारी विधायक कृष्णा पूनिया के पास सीबीआई भेज दी। दिल्ली में बैठे हुक्मरानों का ये दबाव डालने का हथकंडा था।
‘गहलोत के विधायक डरने वाले नहीं’
सुरजेवाला ने कहा कि 21 जुलाई को मुख्यमंत्री के ओएसडी को सीबीआई ने बुलाया था। अब अग्रसेन गहलोत निशाना बनाए गए हैं। जो कि ना राजनीति में हैं ना उनका इससे कोई सरोकार है। उनके घर ईडी के छापे डाले गए हैं। मोदी ने देश में रेड राज पैदा किया हुआ है। इससे राजस्थान डरने वाला नहीं है। प्रदेश के 8 करोड़ लोग घबराने वाले नहीं हैं। इन धमकियों से आपने दूसरे राज्यों में किसी और को डरा लिया होगा। लेकिन राजस्थान की जनता और गहलोत के विधायक डरने वाले नहीं। ना ही हमारी सरकार अस्थिर होने वाली है। आपने राजस्थान के स्वाभिमान को चुनौती दी है।
क्या है फर्टिलाइजर स्कैम
- साल 2017 में भाजपा ने गहलोत सरकार पर फर्टिलाइजर सब्सिडी में घोटाले का आरोप लगाया था। केंद्र में यूपीए की सरकार थी। यह घोटाला कस्टम अफसरों द्वारा एक खेप पकड़ने के दौरान सामने आया था। नियमों के मुताबिक, फर्टिलाइजर का निर्यात नहीं किया जा सकता।
- भाजपा ने आरोप लगाया कि अग्रसेन गहलोत ने इंडियन पोटाश लिमिटेड से एमओपी खरीद कर किसानों को फर्टिलाइजर उपलब्ध नहीं कराया। उस समय अग्रसेन गहलोत ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि कुछ लोग उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं।