नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की संख्या एक लाख के करीब पहुंच चुकी है. हर दिन अब भी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. वहीं लगातार मरीजों की मौत भी हो रही है. हालांकि, दिल्ली में सामने आ रहे कोरोना के ज्यादातर मामलों में मरीजों में लक्षण नहीं होते या कम लक्षण होते हैं, इसलिए इन्हें घरों पर ही होम आइसोलेशन में रहने को कहा जाता है.
साढ़े 15 हज़ार होम आइसोलेशन में
दिल्ली में वर्तमान समय में कोरोना के कुल 25 हजार एक्टिव मरीजों में से करीब 5 हजार मरीज ही हॉस्पिटल्स में हैं. वहीं साढ़े 15 हज़ार के करीब मरीज अपने घरों पर होम आइसोलेशन में हैं. दिल्ली में चूंकि ज्यादातर लोगों के पास घर पर आइसोलेट होने की सुविधा नहीं है. इसके लिए जरूरी प्रोटोकॉल का मुताबिक घर पर कोरोना मरीज के आइसोलेट होने के लिए अलग कमरा और अलग ट्वायलेट होना जरूरी है.
ईडीएमसी की व्यवस्था
ऐसे में इन मरीजों को सरकार द्वारा बनाए गए आइसोलेशन सेंटर में भेजा जाता है. दिल्ली नगर निगम भी अब कोरोना से लड़ाई में आगे आया है और निगम के स्तर पर तमाम तरह की व्यवस्था की जा रही है. पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने अपने पूरे इलाके में विभिन्न जगहों पर 16 आइसोलेशन सेंटर बनाए हैं. इनमें से ज्यादातर आइसोलेशन सेंटर ईडीएमसी के समुदाय भवन में बनाए गए हैं.
आइसोलेशन सेंटरगीता कॉलोनी में 50 बेडऐसा ही एक समुदाय भवन गीता कॉलोनी के 10 ब्लॉक में बनाया गया है. यहां की व्यवस्था को लेकर यहां मौजूद निगम कर्मी ने ईटीवी भारत को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यहां वर्तमान समय में 50 बेड की व्यवस्था है. सभी बेड पूरी तरह से तैयार हैं. यहां लाइटिंग और पंखें की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. साथ ही बेड के अनुपात में शौचालय भी हैं.