दिल्ली। मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार का आज मंत्रिमंडल विस्तार हुआ. मध्य प्रदेश की राज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार) आनंदी बेन पटेल ने राजभवन में कुल 28 नए मंत्रियों को शपथ दिलाई. कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिरने के बाद जब शिवराज सिंह चौहान ने 23 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब कुछ ही मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया था.
गुरुवार को कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली, जिसमें 20 कैबिनेट मंत्री, 8 राज्य मंत्री शामिल हैं. इनमें गोपाल भार्गव, विजय शाह, यशोधरा राजे सिंधिया समेत कई बड़े नेता शामिल रहे.
ऐसे में नई सरकार बनने के बाद ये पहला मंत्रिमंडल विस्तार है, जिसमें कांग्रेस से भाजपा में ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थकों की छाप दिखी. शपथ ग्रहण में खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद रहे. कैबिनेट विस्तार से पहले शिवराज ने दिल्ली आकर शीर्ष नेतृत्व के साथ मंथन किया था.
यहां देखें शिवराज मंत्रिमंडल की पूरी लिस्ट…
सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को पहले ही शिवराज सरकार में कैबिनेट मंत्री के तौर पर अप्रैल में शामिल कर लिया गया है.
क्या है नंबर गेम?
मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल 230 सदस्य हैं. इस लिहाज से अधिकतम 35 विधायक मंत्री बनाए जा सकते हैं. जब शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी, तब कैबिनेट में सिर्फ 6 मंत्री ही शामिल हुए थे.
दरअसल, कैबिनेट विस्तार कई वजहों से रुका हुआ था. एक तो बीजेपी में मंथन चल रहा था, दूसरी ओर मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन की तबीयत खराब थी. इस बीच बुधवार को ही उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मध्य प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर अतिरिक्त कार्यभार संभाला है.