बडौत। बागपत जिले की बडौत पुलिस ने एक ऐसे शख्स की हत्या का खुलासा किया जिसने एक नहीं चार-चार महिलाओं से लव मैरिज की थी। लेकिन चार पत्नियों के रिश्तों को वह ईमानदारी से नहीं निभा पाया जिसके फलस्वरूप एक दिन खून के दिन यही रिश्ते जिंदगी पर भारी पड़ गए। पहली पत्नी ने छह लाख की सुपारी देकर उसकी हत्या करा दी। यूपी के बागपत में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड की कहानी रिश्तों के भंवर में उलझी एक ऐसी पहेली थी जिसने पुलिस को बुरी तरह उलझा दिया। लेकिन अपराध अन्वेषण में माहिर बडौत कोतवाली के इंचार्ज अजय शर्मा ने अपनी सूझबूझ से इस गुत्थी को सुलझाकर मृतक की पत्नी के अलावा सुपारी लेने वाले तीन कातिलों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने हत्या में प्रुयक्त बाइक, कार व तमंचे समेत नकदी बरामद कर ली है।
पुलिस अधीक्षक बागपत अजय कुमार सिंह ने बताया कि बड़ौत के शाहपुर बड़ौली निवासी अमित कुमार ने 19 जून को रिपोर्ट लिखाई थी। इसमें कहा गया कि तीन बाइक सवारों ने उनके भाई विकास उर्फ नीटू (32) की गांव में हत्या कर दी है। विकास दिल्ली में प्लेसमेंट कंपनी चलाता था। वह दिल्ली में ही रहता था। एएसपी अनित कुमार के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने जांच जांच शुरू कर दी। थाना प्रभारी अजय शर्मा ने सबसे पहले इलाके में लूटपाट करने वाले बदमाशों की छानबीन शुरू की। मगर वारदात में लूटपाट का ऐंगल नजर नहीं आया। जिसके बाद निजी रंजिश को बिन्दू बनाकर विकास की कुंडली खंगाली गई तो पता चला कि विकास ने चार शादी की है। लेकिन पहली पत्नी को उसने छोड दिया जिससे उसके संबध भी अच्छे नहीं थे। पुलिस ने घटनास्थल पर सक्रिय फोन नंबरों के डंप उठाए और उनकी सीडीआर निकालकर पडताल शुरू की । साथ ही विकास और उसकी पहली पत्नी रजनी के नंबरों की पडताल की जाने लगी। जिसके बाद कडि़या जुडती चली गई और हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
थाना प्रभारी अजय शर्मा ने बताया कि 11 साल पहले विकास की नांगलोई दिलली के निहाल विहार की रजनी से शादी हुई थी। रजनी से उसके दो बच्चे हैं। लेकिन चार पहले अपनी रंगीन मिजाजी के कारण विकास की रजनी से खटपट शुरू हो गई। उसने रजनी को छोड दिया। जिसके बाद विकास ने 2017 से 2020 तक हर साल एक नई लडकी को अपने जाल में फंसाया और उनसे लव मैरिज की। इस वजह से पहली पत्नी रजनी तथा घरवालों से विकास का विवाद रहने लगा।
आरोप है कि पहली पत्नी रजनी का वह पूरी तरह ख्याल नहीं रखता था। विकास अपनी पहली पत्नी रजनी का त्याग करने के बाद बच्चों की परवरिश के लिए कोई संपत्ति भी नहीं देना चाहता था। वह सारी संपत्ति तीन अन्य पत्नियों के नाम करना चाह रहा था। इसी वजह से पहली पत्नी रजनी ने अपने पति विकास के साथ काम करने वाले सुधीर को भरोसे में लिया। दरअसल, सुधीर भी विकास के ही गांव का था और उसे विकास के पूरे पारिवारिक विवाद की जानकारी थी। उसने भी सुधीर को समझाने की कोशिश की थी। इधर, सुधीर को इस बात की भनक लग गई थी कि सुधीर उसकी निजी बातों की जानकारी रजनी को देता है तो उसने झगडा करने के बाद सुधीर को अपनी कंपनी से हटा दिया।
इसीलिए सुधीर विकास से नाराज था। जब रजनी ने अपने बच्चों को हक दिलानें और विकास की हत्या कर उसकी संपत्ति में हिस्सा लेने की बात सुधीर से कहीं तो सुधीर हत्या की इस साजिश में शामिल हो गया। जब सुधीर विकास की हत्या करने के लिए तैयार हो गया तो दोनों ने मिलकर हत्या की साजिश रची।
सुधीर ने विकास की हत्या करने के लिए एक कॉन्ट्रैक्ट किलर से संपर्क किया। बागपत के ही रोहित उर्फ पुष्पेंद्र, सचिन और रवि को छह लाख की सुपारी देना तय किया गया। तीन लाख रुपये रजनी से उसे एडवांस मिले। रजनी ने सुधीर से वायदा किया कि उसे जे संपत्ति मिलेगी उसमें से भी सुधीर को हिस्सा देगी। इसके बाद योजना के मुताबिक 19 जून की रात शाहपुर बड़ौली में भाड़े के बदमाशों ने विकास की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने गुरुवार को रोहित उर्फ पुष्पेंद्र पुत्र जनक सिंह निवासी पट्टी देशू बावली, सुधीर उर्फ लीलू पुत्र श्याम सिंह व रजनी (विकास की पत्नी) निवासीगण बड़ौली हाल निवासी निहाल विहार नांगलोई (दिल्ली) को सुबह दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे पर अलग-अलग स्थानों से गिरफ्तार किया। सुधीर के पास से दो लाख रुपये, कार जबकि रोहित के पास से 1.20 लाख रुपये व बाइक बरामद हुई। हत्या में प्रयुक्त तमंचा व दो कारतूस भी बरामद किए गए।
पूछताछ में पता चला कि विकास रजनी के साथ अन्य पत्नियों के सामने नौकरों जैसा व्यवहार करता था और उसका तिरस्कार करता था इसलिए रजनी के दिल में विकास के लिए नफरत भर गई थी। पुलिस अब वारदात में फरार चल रहे सचिन पुत्र शक्ति और रवि उर्फ दीवाना की तलाश कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने बडौत पुलिस के इस सराहनीय काम की प्रशंसा की है।