नई दिल्ली। वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ पर झूठी खबर और भ्रामक सूचनाओं को फैलाकर दो संप्रदायों में तनाव फैलाने का मामला दर्ज किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार ने 13 अप्रैल को लक्ष्मी नगर थाने में दुआ के खिलाफ तहरीर दी थी। जांच का जिम्मा क्राइम ब्रांच को सौंपा गया था। जांच में साक्ष्य पाए जाने के बाद बृहस्पतिवार को क्राइम ब्रांच ने दुआ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
नवीन कुमार ने अपनी शिकायत में विनोद दुआ पर भ्रामक सूचना फैला कर ‘सार्वजनिक गड़बड़ी पैदा करने’ और यूट्यूब पर ‘द विनोद दुआ शो’ के माध्यम से ‘फर्जी खबरें प्रसारित करने का आरोप लगाया है।
शिकायत में विनोद दुआ पर दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान ‘गलत रिपोर्टिंग’ करने का भी आरोप लगाया गया है। इसके अलावा शिकायत में ये भी कहा गया है कि विनोद दुआ ने कहा था कि केंद्र सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए कुछ नहीं किया। प्रधानमंत्री को ‘कागजी शेर’ बताने का भी विनोद दुआ पर आरोप लगााया गया है।
विनोद दुआ के ऊपर आईपीसी की धारा 290 (लोगों के बीच अशांति पैदा करना), 505 (समाज में अशांति पैदा करने वाला बयान देना) और 505 (2) (अपमानजनक टिप्पणी वाले प्रकाशित सामग्रियों को बेचना) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
विनोद दुआ के खिलाफ FIR कराते ही कुछ वामपंथी संगठनों और उनके सर्मथक पत्रकारों ने मोदी विरोधियों के साथ मिलकर नवीन कुमार के खिलाफ ट्रोलिंग शुरू कर दी जिसके फलस्वरूप उन्होंने नवीन कुमार को ट्वीटर एकाउंट सस्पेंड करा दिया।
लेकिन वे भूल गए कि सच परेशान हो सकता है किंतु पराजित नहीं हो सकता। देश भर के राष्ट्रप्रेमी, संविधान प्रेमी लोगों ने इसके बाद नवीन कुमार के सर्मथन में मुहिम छेडकर अभूतपूर्व समर्थन दिया है जिसके बाद ट्वीटर को भी चंद घन्टों में ही उनका अकाउंट फिर से बहाल करना पड़ा।
नवीन कुमार ने अपने सर्मथन के एक टवीट कर सभी राष्ट्र भक्तों का हृदय से अभिनन्दन किया है जिन्होंने उन्हें सहयोग दिया।