देहरादून। उत्तराखण्ड के कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, उनके बेटे, बहू तथा स्टॉफ के 17 लोगों की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आज पॉजिटिव आई है। उनकी पत्नी अमृता रावत शनिवार को कोरोना पॉजिटिव पाई गई थीं, जिसके बाद आज उन्हें एम्स (ऋषिकेश) में भर्ती कराया गया है। इस बीच महाराज और अन्य पॉजिटिव मिले स्टॉफ को अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी की जा रही है।
दरअसल हाल ही में दिल्ली से कुछ लोग सतपाल महाराज से मिलने देहरादून आए थे, जिन्हें उन्होंने अपने घर पर ही एकांतवास में रखा था। इस बीच तीन-चार दिन पहले महाराज की पत्नी एवं पूर्व मंत्री अमृता रावत की तबियत खराब हुई तो शनिवार को देहरादून की एक निजी लैब में कोरोना की जांच कराई और शाम को रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। उसके बाद उन्हें आज एम्स (ऋषिकेश) में भर्ती कराया गया। इस बीच सतपाल महाराज, उनके परिजनों और स्टॉफ के लोगों के भी सैम्पल लिये गए, जिनकी आज जांच रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक महाराज, उनके दो बेटे और बहुएं भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। उनके एक बेटे का सैंपल दोबारा लिया जा रहा है। कर्मचारियों के सैंपल में 17 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि 12 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। पांच की जांच दोबारा की जाएगी।
उधर, सतपाल महाराज और परिवार के लोग आज यहां के एक नामी गिरामी होटल में एकांतवास (क्वारंटाइन) हो गए थे लेकिन अब कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद उन लोगों को भी अस्पताल में भर्ती कराने की तैयारी चल रही है। गौरतलब है कि सतपाल महाराज की कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद यहां के राजनीतिक और प्रशासनिक हलके में हड़कम्प मचा हुआ है। आज दिन भर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी फोन उठाने से बचते रहे। इसकी बड़ी वजह यह बताई जा रही है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक हुई थी, जिसमें सतपाल महाराज शामिल हुए थे।
शुक्रवार को कैबिनेट बैठक में सतपाल महाराज के कांटेक्ट में कौन मंत्री या स्टॉफ के दूसरे लोग आए? यह एक गंभीर समस्या है। जानकारों का कहना है कि अगर लोग कांटेक्ट में आए हैं तो उनकी भी जांच होनी चाहिए, जो किसी चुनौती से कम नहीं है। यह मामला जहां हाई-प्रोफाइल है, वहीं इसमें कई और लोगों के जद में आने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। एक तरह से पूरी कैबिनेट पर अब कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। इस मामले में कैबिनेट मंत्री एवं शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की जो भी गाइडलाइन होगी, मंत्री और अधिकारी उसका अनुपालन करेंगे।