मुंबई। बॉलीवुड एक्टर इरफान खान किसी परिचय के मोहताज नहीं है. बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड तक में अपनी एक्टिंग की छाप छोड़ने वाले इरफान पिछले कुछ सालों में सुपरस्टारडम हासिल करने में कामयाब रहे हैं. बहुमुखी प्रतिभा के धनी इरफान लीक से हटकर चलने वाले लोगों में से हैं. शायद यही कारण है कि वे पठान परिवार से ताल्लुक रखने के बावजूद शुद्ध शाकाहारी हैं.
शिकार करना या गोश्त खाना पसंद नहीं करते हैं इरफान
इरफान का पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान है. उनका जन्म एक पठान मुस्लिम परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम जागीरदार खान था. वे टायर का व्यापार करते थे. इरफान ने पठान मुस्लिम परिवार में जन्म होने के बाद भी कभी मीट या मांस नहीं खाया था और वे बचपन से ही शाकाहारी थे. यही कारण है कि उनके पिता इरफान को मजाक में कहा करते थे कि ये तो पठान परिवार में एक ब्राह्मण पैदा हो गया है.
इरफान के पिता उन्हें शिकार पर भी ले जाया करते थे. जंगल का वातावरण उन्हें काफी रोमांचित भी करता था लेकिन उन्हें कभी पसंद नहीं आता था जब मासूम जानवरों का शिकार होता था. इरफान उन जानवरों के साथ कनेक्ट महसूस करते थे कि आखिर अब इन जानवरों के परिवारों का क्या होगा. इरफान खुद भी राइफल चलाना जानते हैं लेकिन खुद कभी शिकार नहीं करते थे.
इरफान को स्कूल जाना पसंद नहीं था और क्रिकेट की प्रैक्टिस करना अच्छा लगता था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इरफान खान क्रिकेट में इतने अच्छे थे कि उनका चयन सीके नायडू ट्रॉफी के लिए लगभग हो गया था. लेकिन पैसों की तंगी और परिवारवालों की बेरुखी के चलते उनका क्रिकेटर बनने का सपना अधूरा रह गया था.
कुछ यूं हुआ था इरफान का एनएसडी में सेलेक्शन
कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा यानि एनएसडी के लिए अप्लाई किया. एनएसडी में पहली बार में एडमिशन पाना मुश्किल माना जाता है लेकिन इरफान को पहली बार में ही एनएसडी में प्रवेश मिल गया. हालांकि, इरफान को एनएसडी में दाखिले के लिए झूठ भी बोलना पड़ा था. दरअसल इस संस्थान में एडमिशन के लिए कम से कम 10 ड्रामा नाटकों का अनुभव होना चाहिए लेकिन इरफान के पास इतना अनुभव नहीं था.
गौरतलब है कि एनएसडी में इरफान के एडमिशन के कुछ समय बाद उनके पिता का निधन हो गया था और घर की तरफ से मिलने वाले पैसे उन्हें मिलना बंद हो गया थे. एनएसडी से मिलने वाली फेलोशिप के जरिए उन्होंने अपना कोर्स खत्म किया था. उस मुश्किल दौर में इरफान की क्लासमेट सुतापा सिकंदर ने उनका पूरा साथ दिया. 23 फरवरी 1995 में दोनों ने शादी रचा ली थी. इरफान ने पीकू, लाइफ ऑफ पाई, द नेमसेक, स्लमडॉग मिलेनियर, पान सिंह तोमर, हासिल, लाइफ इन अ मेट्रो, तलवार, मकबूल, ये साली जिंदगी, हैदर जैसी कई चर्चित फिल्मों में काम किया है.