गाजियाबाद। भगवान परशुराम जन्मोत्सव आज देश के अलग-अलग हिस्सों में धूमधाम से मनाया गया। ब्राह्मण समाज ने सुबह और उसके बाद शाम को भगवान परशुराम की पूजा के बाद दिए जलाकर देश में फैली वैश्विक महामारी को दूर करने के लिए भगवान परशुराम जी से विनती की । अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा (पंजी) से जुडे ब्राह्मण समाज के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपील सोशल डिसटेंशिंग पर अमल करते हुए अपने परिवारों के साथ घर में ही पूजा अर्चना की और उसके बाद दिए जलाकर ईश्वर से इस महामारी को दूर करने की प्रार्थना की। साथ ही पीएम माेदी के साथ इस लडाई को जीतने में साथ देने का संकल्प लिया ।
साहिबाबाद से बीजेपी विधायक सुनील शर्मा विधायक ने भगवान परशुराम जी की पूजा अर्चना करने के बाद दीप जलाए और नगर वासियों को परशुराम जयंती की शुभकामनाए दी। सुनील शर्मा ने भगवान परशुराम की पूजा के दौरान कोरोना महामारी से भारत व पूरी दुनिया को जल्द मुक्ति दिलाने की याचना की।
अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा (पंजी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बी डी शर्मा के आह्वान पर संपूर्ण भारत में भगवान परशुराम जन्मोत्सव मनाया गया। शाम के समय सभी से आव्हान किया गया था कि लोग अपने घरों में रहकर देश में वैश्विक कोरोना महामारी से बचने के लिए शाम सात बजे दीपक जलाएं। पंडित बीडी शर्मा ने खुद भी घर में रहकर अपने परिजनों के साथ पूजा अर्चना की और दिए जलाए।
संस्था के राष्ट्रीय महामंत्री पंडित शिव मोहन भारद्वाज ने शाम को पूजा के बाद अपने निवास पर 11 दीपक जलाकर देश में फैली वैश्विक महामारी को दूर करने के लिए भगवान परशुराम जी से प्रार्थना की।
संस्था के आह्वान पर राष्ट्रीय मीडिया प्रवक्ता और विशेष खबर मीडिया समूह के संपादक विनीत कांत पाराशर ने भी बेटी व बेटे के साथ अपने आवास पर भगवान परशुराम की पूजा कर दीप प्रज्जवलित किए।
अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा (पंजी) के ही पदाधिकारी मनीकांत ने भी अपने अभिन्न मित्रों के साथ सोशल डिसटेनशिंग का पालन करते हुए भगवान परशुराम की पूजा की ओर 501 दिए जलाए।
संस्था के मेरठ अध्यक्ष व मेरठ रत्न पंडित शोभित मिश्रा ने भी अपनी पत्नी शिखा मिश्रा व परिजनों संग भगवान विष्णु जी के छठे अवतार भगवान परशुराम जी केक जन्मोत्सव पर उनके चित्र पर तिलक लगाकर माल्यार्पण कर दीप प्रज्ज्वलित किया व भगवान परशुराम जी कि आरती कर समस्त देशवासियों के लिए कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से बचाने व सभी के स्वास्थ् जीवन की मनोकामना की।
बता दें कि भगवान परशुराम के जन्मोत्व पर ब्राह्मण समाज पूरे हर्षोल्लाल के साथ सुबह स्नान करने के बाद मंदिर और पूजा आसन को शुद्ध करने के बाद भगवान परशुराम जी को पुष्प और जल अर्पित करता है। मान्यता है कि भगवान परशुराम विष्णु के ऐसे अवतार हैं जो हनुमानजी और अश्वत्थामा की तरह सशरीर पृथ्वी पर उपस्थित हैं। भगवान परशुराम को न्याय का देवता भी कहा जाता है।