नई दिल्ली। भारत में कोरोनावायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 15,712 हो गई है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 1,334 नए मामले सामने आए हैं और 27 लोगों की मौत हुई है. देश में कोरोना (Covid-19) से अब तक 507 लोगों की मौत हो चुकी है. हालांकि, थोड़ी राहत वाली बात यह है कि 2,231 मरीज इस बीमारी को हराने में कामयाब भी हुए हैं. बता दें कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए देश में लगाए गए लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाया गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर पहले किसी कारणवश संक्रमित मामलों की संख्या 15,707 बताई गई थी और पिछले 24 घंटे में कुल 1,329 नए मामले सामने आने की बात कही गई थी. हालांकि, कुछ देर बाद इन आंकड़ों में सुधार किया गया. नए आंकड़ों के मुताबिक, देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 15,712 हो गई है जबकि पिछले 24 घंटे में 1,334 नए ंमामले सामने आए हैं.
कोरोना पर काबू पाने में नाकाम रहे नोएडा-ग्रेटर नोएडा के सीएमओ हटाये गए
कोरोना नियंत्रण में पूरी तरह फेल रहे नोएडा-ग्रेटर नोएडा के सीएमओ हटाये गए. गौतमबुद्ध नगर में एक महीने में तीसरे मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) की नियुक्ति की गई है. डॉ अनुराग भार्गव और डॉ. एपी चतुर्वेदी के बाद दीपक ओहरी तीसरे सीएमओ नियुक्त किए गए है. गौतमबुद्ध नगर में कोरोनावायरस के सर्वाधिक 95 पॉजिटव केस मिलने, एक मरीज के आत्महत्या करने और संक्रमण पर कोई प्रभावी रोकथाम लगा पाने में नाकाम रहने से असंतुष्ट प्रदेश सरकार ने डॉ. एपी चतुर्वेदी मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) के पद से हटाकर उनके सभी वित्तीय अधिकार ले लिए गए हैं.
कोरोना पॉजिटिव मामलों में 30 फीसदी मरीज तबलीगी जमात से
देशभर के कोरोना के कुल पॉजिटिव मरीजों में से लगभग 30 फीसदी मरीज तबलीगी से जुड़े हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ किया कि अब तक 4 हज़ार से ज़्यादा मामला तब्लीगी जमात से जुड़े हैं और इसके 40 हज़ार से ज़्यादा लोगों को क्वारेंटीन किया गया है. कोरोना के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. अब तक के आंकड़ों में 4291 मामले दिल्ली के निज़ामुद्दीन के तब्लीगी से जुड़े हैं और कुल आये मामलों में जमात के 30 फीसद मामले हैं. जानकारी के अनुसार असम के 91 फीसदी, तमिलनाडु के 84 फीसदी, अंडमान के 83 प्रतिशत, तेलंगाना के 79 फीसदी, दिल्ली के 63 प्रतिशत, मध्य प्रदेश के 61 प्रतिशत और उत्तर प्रदेश के 59 फीसदी मामले तब्लीगी से जुड़े हैं.
सरकार ने FDI नियमों को किया सख्त
कोरोना महामारी (Coronavirus) के दौरान चीनी निवेश और भारतीयों कंपनियों के टेकओवर को रोकने के लिए सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए FDI नियमों में बड़ा बदलाव किया है. इस बदलाव के बाद कोई भी विदेशी कंपनी किसी भारतीय कंपनी का अधिग्रहण और विलय नहीं कर सकेगी. दुनिया भर में जारी कोरोना संकट के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ ही भारतीय अर्थव्यवस्था को भी गहरा धक्का लगा है. ऐसे में भारतीय कंपनियों का बाजार पूंजीकरण काफी गिर गया है. सरकार को लगता है कि कोई विदेशी कंपनी इस मौके का फायदा उठाते हुए मौकापरस्त तरीके से किसी देसी कंपनी का अधिग्रहण कर सकती है और उसे उसे खरीद सकती है. सरकार ने नियमों को सख्त करते हुए ये स्पष्ट कर दिया है कि जो भी देश भारतीय सीमा से सटे हैं वो सरकार से इजाजत के बाद ही ऐसा कर सकेंगे.