नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली में शनिवार को सामने आए कोरोना वायरस के 186 मामलों को देखकर लगता है कि अब दिल्ली में कोरोना तेजी से फैलना शुरू हो गया है। यहां तेजी से कंटेनमेंट जोन भी बढ़ रहे हैं। हालांकि, स्थिति अभी नियंत्रण में है।
केजरीवाल ने कहा कि जिन जगहों पर लोगों ने सोशल डिस्टेंसिग के नियमों का पालन किया है, वहां पर इसके मामलों में काफी हद तक सुधार देखने को मिल रहा है। इसे नियंत्रण करने में लॉकडाउन का भी अहम योगदान है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली कोरोना की सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ रही है। विदेशों से आने वाले लोगों ने यहां कोरोना फैलाया है। इसमें मरकज का भी बड़ा योगदान रहा है। साथ ही केजरीवाल ने यह भी कहा कि दिल्ली में पूरे देश की 2 प्रतिशत जनसंख्या रहती है, लेकिन पूरे देश में कोरोना के जितने मामले हैं उसके 12 प्रतिशत दिल्ली में हैं। सबसे ज्यादा मार दिल्ली को झेलनी पड़ी है।
बीते कुछ दिनों में हमने हॉटस्पॉट में रैंडम टेस्ट कराए हैं। इस दौरान पाया गया है कि कुछ इलाकों में केस बढ़े हैं। वो भी तब जब वो हॉटस्पॉट हैं। कुछ लोग अब भी लापरवाही बरत रहे हैं, ये चिंता की बात है। मगर अभी हम इसे नियंत्रित कर सकते हैं।
दिल्ली में बीते कुछ दिनों में ऐसे केस आए हैं जिन मरीजों में कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं था। न तो उन्हें बुखार था और ना ही खांसी, लेकिन वो कोरोना संक्रमित थे। वो औरों को भी कोरोना बांट रहे थे। ये बहुत खतरनाक स्थिति है। हमारे लिए चिंता की बात है। दिल्ली के सभी 11 जिले हॉट हॉटस्पॉट हैं।