नई दिल्ली : भारत में कोरोना के मामले 9000 के करीब पहुंच गए हैं। केंद्र सहित सभी राज्य सरकारें साथ मिलकर इस महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारत में कोरोना के कुल 8356 पॉजिटिव केस हैं। इनमें से 20 प्रतिशत मरीजों के लिए ही आईसीयू की आवश्यक्ता है। भारत में आज 1671 मरीजों को ऑक्सीजन और गंभीर उपचार की आवश्यक्ता है।
उन्होंने कहा कि 9 अप्रैल के आंकड़ों के मुताबिक हमें 1100 बेड की आवश्यक्ता थी और हमारे पास 85000 बेड मौजूद थे। आज हमें 1671 मरीजों के लिए बेड की आवश्यक्ता है, जिनके लिए हमारे पास देश के 601 कोरोना अस्पतालों में एक लाख पांच हजार बेट उपलब्ध है।
देश और दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। हर किसी को इस वायरस को खत्म करने वाली दवा और वैक्सीन की खोज का का इंतजार है, लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है। इंडिया काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा है कि भारत भी वैक्सीन बाने की कोशिश में जुटा है, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिली है।
आईसीएमआर की ओर से देश को कोरोना वायरस से जुड़े अपडेट देते हुए डॉ. मनोज मुरहेकर ने कहा, ’40 से अधिक वैक्सीन पर काम चल रहा है, लेकिन अभी तक कोई अगले स्टेज में नहीं पहुंचा है। भारत भी इस प्रयास में जुटा हुआ है।’ उन्होंने बताया कि देश में अब कोरोना की जांच के लिए 219 लैब हैं। कुल 1.86 लाख टेस्ट हो चुके हैं। पिछले पांच दिन से हर दिन औसतन 15 हजार सैंपल की जांच की जा रही है और इनमें औसतन 584 केस पॉजिटिव पाए गए हैं।
24 घंटे में कोरोना से 31 मौतें और 918 नए मामले
भारत में विदेशी नागरिकों सहित कोरोना वायरस महामारी से संक्रमित होने वालों की संख्या रविवार (12 अप्रैल) को बढ़कर 8447 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। मंत्रालय ने शनिवार को जारी आंकड़ों में कहा कि देश में कोविड-19 संक्रमण के चलते 273 मौतें हुई हैं और वर्तमान में कुल 7409 व्यक्ति महामारी से संक्रमित हैं। वहीं, पिछले 24 घंटे में कोरोना के 918 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 31 लोगों को इस वायरस की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है और अब तक कुल 765 (1 माइग्रेटेड) मरीज इस बीमारी से ठीक हो चुके हैं।