गाजियाबाद। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन की घोषणा का उल्लंघन करने पर गाजियाबाद जिले में सोमवार 23 मार्च को करीब 200 लोगों के खिलाफ 70 एफआईआर दर्ज की हैं। इसके साथ ही 1440 वाहनों के चालान और सीज की कार्रवाई की गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद जिले में 23,24 और 25 मार्च तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा की है।
जानकारी के मुताबिक, देश में एक दिन के जनता कर्फ्यू के बाद यूपी सरकार के शासनादेश के तहत गाजियाबाद पुलिस और जिला प्रशासन ने सोमवार सुबह से पूरे जिले को लॉकडाउन कर दिया। सुबह छह बजे ही जिले की सभी सीमाओं को बैरिकेड लगाकर सील कर दिया गया था। वहीं बेवजह आवागमन रोकने के लिए पुलिस ने साढ़े 11 बजे तक विनम्रता के साथ पेश आई, लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर जाते देख पुलिस ने इसके बाद सख्त रुख अख्तियार करते हुए शाम तक करीब 200 लोगों के खिलाफ निषेधाज्ञा के उल्लंघन के आरोप में 70 एफआईआर दर्ज की हैं। वहीं 1440 वाहनों के खिलाफ चालान और जब्ती की कार्रवाई की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) कलानिधि नैथानी ने बताया कि जनता कर्फ्यू की तरह लोगों ने सोमवार को लॉकडाउन का भी मजाक बनाने का प्रयास किया। हालांकि, पुलिस ने पहले तो लोगों को खूब समझाया, लेकिन नहीं मानने वाले लोगों के खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि जिले में लगभग सभी थानों में मुकदमे दर्ज हुए हैं, जबकि चालान की कार्रवाई भी अनवरत चल रही है। पुलिस के सख्त रवैये को देखते हुए दोपहर तक पूरे जिले में सन्नाटा पसर गया। यहां तक कि गलियां भी सुनसान हो गईं।
सभी सीमाएं सील, वाहनों को वापस लौटाया
जिले की सभी सीमाओं को गाजियाबाद पुलिस ने सोमवार की सुबह छह बजे से ही सील कर दिया। केवल उन्हीं वाहनों को दूसरे जिलों से गाजियाबाद में घुसने या गाजियाबाद से बाहर जाने की अनुमति दी थी जो आवश्यक सेवाओं में आते हैं। इसके अलावा मीडिया के लोगों को भी पुलिस ने पहचान पत्र देखने के बाद जाने दिया। बाकी सभी वाहनों को पुलिस ने सीमा पर लगे बैरियर से ही वापस लौटा दिया। इसके चलते यूपी गेट समेत कई सीमाओं पर सुबह के समय दस से 15 मिनट के लिए जाम भी लगा, लेकिन धीरे-धीरे लोगों के लौटने से पूरी सड़क खाली हो गई।
जरूरी कार्य से ही निकल पाए लोग
एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि शहरवासियों को केवल जरूरी कार्य से ही बाहर जाने दिया गया। विभिन्न चौराहों पर वाहनों चालकों से सघन पूछताछ हुई, इसमें पुलिस ने बाहर निकलने की वजह जानने के बाद ही लोगों को जाने दिया। वहीं, जो लोग बेवजह बाहर निकले थे, उनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई की गई है।
कल और आज में यह रहा फर्क
एसएसपी ने बताया कि रविवार को जनता कर्फ्यू था। इसमें पुलिस ने किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की बल्कि केवल समझा-बुझाकर ही लोगों को वापस कर दिया, लेकिन सोमवार को लॉकडाउन होने के बाद पुलिस ने समझाने में समय गंवाने के बजाय मुकदमे दर्ज करने शुरू कर दिए। उन्होंने बताया कि पुलिस की यह सख्ती कानून के तहत और आमजन के हित में हुई है। यह कार्रवाई 25 मार्च तक बदस्तूर जारी रहेगी।
”दोपहर तक पूरा जिला लॉकडाउन कर दिया। जिन लोगों ने लॉकडाउन का उल्लंघन किया, उनके खिलाफ मुकदमे और चालान की कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई 25 मार्च तक जारी रहेगी।” -कलानिधि नैथानी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक