लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए कई ऐलान किए हैं. उन्होंने बताया कि राज्य में 23 लोग कोरोना से पीड़ित हैं. सीएम ने ऐलान किया कि राज्य में 15 लाख दिहाड़ी मजदूरों और 20.37 लाख निर्माण श्रमिकों को उनकी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में मदद करने के लिए 1000 रुपये प्रत्येक को दिया जाएगा. साथ ही रेहड़ी वालों को 1000 रुपये की राशि दी जाएगी. ये मदद राशि मजदूरों के खाते में ट्रांसफर की जाएगी.लेबर सेस से मदद मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता कर्फ़्यू का आह्वान है, कृपया घरों में रहें. रविवार को मेट्रो, बसें, सिटी बसें बंद रहेंगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी कोरोना से बचाव और लड़ने के लिए पूरी सतर्कता बरती है. 2 दिन पहले पीएम मोदी ने भी जनता से भीड़ न लगाने की अपील की है.
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूरे देश में कोरोना वायरस सेकंड स्टेज पर है और अगर हम इसे यहीं रोकने में कामयाब होते है तो ये पूरी दुनिया के लिए एक मैसेज होगा. इसके संक्रमण को रोकने के लिए हमारी तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है. सभी जिलों के अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए है और पर्याप्त चिकित्साकर्मी तैनात किए गए हैं.
सीएम योगी ने बताया कि राज्य में कोरोना के 23 मरीज में से 9 पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं. कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है, लड़ने की जरूरत है, बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है. यूपी सरकार ने दिहाड़ी मजदूरों के भरण पोषण के लिए वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में गठित समिति की सिफारिशें मान ली है. उन्होंने बताया कि श्रम विभाग में 20 लाख 37 हजार पंजीकृत श्रमिकों, दैनिक सफाईकर्मी, ठेले वाले 15 लाख लोगों को भी भरण-पोषण के तौर पर एक हजार रुपये इनके बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे.
जमाखोरी न करने की अपील
मुख्यमंत्री ने अपील की है कि घबराएं मत, व्यापारी जमाख़ोरी ना करें, हमारे पास पर्याप्त खाद्यान है. भीड़ भाड ना करें, संक्रमण ना होने दें, दुकानों में लाइन ना लगाएं, जो ज़रूरी हो वही लेने जाएं, किसी भी चीज़ की क़िल्लत नहीं होने देंगे, अनावश्यक जमा करने की प्रवृत्ति से बचिए. आप सबकी सहभागिता ज़रूरी है, सहयोग करें.