भोपाल: ज्योतिरादित्य सिंधिया के बगावत के बाद पूरी कांग्रेस पार्टी उन्हें कोसने में जुट गई है. कोई उन्हें गद्दार बता रहा है तो कोई सिंधिया परिवार का पुराना इतिहास टटोल रहा है. कोई ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके परिवार को अंग्रेजों का वफादार बता रहा है तो कोई संघ और भाजपा के सामने झुकने का आरोप लगा रहा है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया है, जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया को विश्वासघाती बताया गया है. आपको बता दें कि सिंधिया ने 10 मार्च को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया.
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर सिंधिया पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को याद दिलाया है कि पार्टी में रहते हुए उन्हें क्या-क्या मिला. एमपी कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘सिंधिया जी की 18 साल की राजनीति में कांग्रेस ने उन्हें 17 साल तक सांसद बनाए रखा, 2 बार केंद्रीय मंत्री बनाया, लोकसभा में पार्टी का मुख्य सचेतक बनाया, पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव बनाया, यूपी का प्रभारी बनाया, कांग्रेस वर्किंग कमिटी का मेंबर बनाया, मध्य प्रदेश विधानसभा 2018 चुनाव अभियान का प्रमुख बनाया, उनके कहने पर 50+ टिकट दिए गए, 9 मंत्री बनाए गए. फिर भी मोदी-शाह की शरण में?’
गांधी की हत्या में इस्तेमाल रिवॉल्वर भी ग्वालियर का था
वहीं कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर निशाना साधा है. दिग्गी ने ट्वीट किया, ‘केंद्र सरकार के पास राज्यों को उनके हक का GST का मुआवजा देने के लिये पैसा नहीं है पर गैर भाजपा सरकारों को गिराने के लिये समय भी है और पैसा भी है. याद रखिए वह रिवॉल्वर भी ग्वालियर के एक परचुरे ने दी थी जिससे गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या की थी. वह परचुरे कौन था इस पर पर कुछ और ज्यादा शोध करने की जरूरत है.’
दिग्गी ने ज्योतिरादित्य की दादी विजया राजे को किया याद
एक कांग्रेस समर्थक के ट्वीट पर जवाब देते हुए दिग्विजय सिंह ने लिखा, ‘सिंधिया जी का परिवार 1957 तक हिंदू महासभा के साथ था. पंडित नेहरू स्वर्गीय राजमाता विजया राजे सिंधिया को कांग्रेस में लेकर आए. वह 1957 और 1962 में कांग्रेस पार्टी की सांसद बनी और 1967 में कांग्रेस छोड़ दिया. वह एक शानदार व्यक्तित्व थीं और मेरे मन में उनके लिए अत्यधिक सम्मान है.’