नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस को लेकर असर बढ़ता जा रहा है, अबतक 29 मामले सामने आ चुके हैं इनमें से तीन का इलाज हो चुका है और बाकी का इलाज जारी है. इस बीच हर कोई अपने बच्चों को लेकर चिंतित है, क्या उन्हें स्कूल भेजें या नहीं. अगर भेजें तो किस तरह की सावधानियां बरतें. भारत सरकार की ओर से एक एडवाइज़री जारी की गई है, जिसमें स्कूली छात्रों के लिए किस तरह की बातों का ध्यान रखना चाहिए उसके बारे में बताया गया है.
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी –
- स्कूल कोशिश करें कि किसी तरह भीड़ ना जुटाएं, स्कूल के वक्त एक जगह अधिक बच्चों को ना जुटाएं.
- पिछले 28 दिनों में अगर कोई स्कूली छात्र या स्टाफ ऐसे देश में गया हो जहां पर कोरोना का असर हो, तो उसे तुरंत चेक करवाया जाए.
- अगर किसी बच्चे को खांसी-जुकाम-बुखार है तो माता-पिता से कहें कि बच्चे को डॉक्टर को जरूर दिखाएं.
- टीचर्स की तरफ से बच्चों को हाथ धोने, छींक के दौरान मुंह ढंकने, टिशू के इस्तेमाल के बारे में जानकारी देनी चाहिए.
- दरवाजे के हैंडल, स्विचबोर्ड, डेस्कटॉप, हैंड रेलिंग को बार-बार छूने से बचें.
- स्कूल में जगह-जगह हैंड सैनेटाइजर रखें, जिनमें एल्कोहल की मात्रा हो.
- रेस्ट रूम में साबुन-पानी की सही सुविधा दें.
- हॉस्टल में सफाई का ध्यान रखें, स्थानीय अस्पताल के अधिकारियों को समय पर बुलाएं.
- अगर किसी को खांसी-जुकाम या बुखार होता है तो उसे तुरंत 01123978046 पर संपर्क करना चाहिए.
स्वास्थ्य मंत्रालय की इस एडवाइज़री के अलावा राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग की ओर से सभी राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखी गई है, जिसमें स्कूल में बच्चों का ध्यान रखने की बात कही गई है.