नई दिल्ली: हत्या सहित महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका कानून) में वांछित चल रहे कुख्यात बदमाश को क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान बवाना निवासी पवन पंडित के रूप में की गई है. उसकी गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस की तरफ से एक लाख रुपये का ईनाम घोषित था.
मुरादाबाद में छिपा था बदमाश
अतिरिक्त आयुक्त बीके सिंह के मुताबिक क्राइम ब्रांच में तैनात हवलदार प्रदीप गोदारा को सूचना मिली कि वांछित चल रहा कुख्यात बदमाश पवन पंडित मुरादाबाद में छिपा हुआ था. मकोका के मामले में वे वांछित है और उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपये का ईनाम घोषित है. इस जानकारी पर इंस्पेक्टर राजीव रंजन की देखरेख में एसआई सुशील की टीम ने मुरादाबाद के मौधा गांव से पवन को गिरफ्तार कर लिया.
जानिए वांछित कुख्यात बदमाश का इतिहास
- 20 से ज्यादा आपराधिक वारदातों में शामिल पूछताछ में पवन ने बताया कि वे हत्या, हत्या प्रयास, लूट, डकैती और चोरी की 20 से ज्यादा वारदातों में दिल्ली और सोनीपत में शामिल रहा है. वे बवाना का निवासी है और दसवीं कक्षा तक पढ़ा है.
- शुरुआत में वह ब्लूलाइन बस में कंडक्टर का काम करता था. बाद में उसने एक मारुति वैन खरीदी और टैक्सी चलाने लगा.
- साल 2007 में पहली बार उसे गिरफ्तार किया गया था. 2011 में उसने सोनीपत में एक डकैती डाली जिसमें उसे गिरफ्तार किया गया था.
- साल 2012 में उसने हत्या, लूट और कई वारदातों को अंजाम दिया. इसके बाद 2015 तक वह जेल में रहा. जेल से बाहर आने के बाद उसने फिर से वारदात की जिस पर उसे हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तार किया. जमानत पर आने के बाद भी वे वारदातों को अंजाम देता था.
- 2016 में वे जमानत पर आया और 2017 में फिर लूट के मामले में समयपुर बादली से गिरफ्तार हुआ.
- 2018 में एक बार फिर उसे अवैध हथियार के साथ बेगमपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जमानत पर आने के बाद 5 जनवरी 2019 को उसने अपने साथियों अजय, सनी और मनीष के साथ हुंडई एसेंट कार में जा रहे मोहित और रवि को बवाना के पास रोका. उनकी गाड़ी पर उन्होंने गोलियां चलाई जिसमें मोहित फरार हो गया था. वहीं रवि गोली लगने से घायल हो गया था.
- 25 सितंबर 2019 को उसने अपने साथी प्रवीण और कपिल के साथ मिलकर सोनीपत में एक युवती की हत्या कर दी थी.
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज कर लिया है. बवाना और सोनीपत में हुई वारदातों में पवन की पुलिस को तलाश थी. उसके गैंग के जरिए लगातार की जा रही वारदातों के चलते पुलिस ने इस गैंग पर मकोका के तहत मामला दर्ज किया था. इसमें उसके साथ ही संजय राठी और प्रियव्रत भी आरोपी हैं.