नई दिल्ली। विश्वास नगर विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण है। क्योंकि यह सीट उन तीन सीटों में से एक है जो आम आदमी पार्टी की लहर के बावजूद उनके हिस्से में नहीं आ पाई थी। 2015 के दिल्ली चुनाव में कुल 70 विधानसभा सीटों में से 67 सीटों पर आम आदमी पार्टी को जीत मिली थी लेकिन जो तीन सीटें उसके हाथ नहीं आई उनमें से विश्वास नगर सीट भी है। इसीलिए बीजेपी और आप दोनों के लिए यह सीट बेहद अहम है। आप यहां खाता खोलने के लिए कमर कस चुकी है तो बीजेपी सीट बरकरार रख्ने के लिए जी तोड मेहनत कर रही है। लेकिन लोगों को शायद इस बात की जानकारी नहीं है कि बीजेपी के ओ पी शर्मा आप के उम्मीदवार दीपक सिंगला को पहले भी एक बार चुनाव में हरा चुके और ये चुनाव था डीडीसीए का।
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ओम प्रकाश शर्मा ने 2015 में आप कैंडिडेट डॉ. अतुल कुमार गुप्ता को 10,158 वोटों के बड़े अंतर से हराया था। वहीं तीन बार के कांग्रेस विधायक नसीब सिंह खिसक कर तीसरे स्थान पर पहुंच गए थे। जबकि इससे पहले 2013 विधानसभा चुनाव में भी भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार ओम प्रकाश शर्मा ही इस क्षेत्र से विधायक चुने गए थे। हालांकि 2008 के दिल्ली चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार नसीब सिंह इस सीट से विधायक चुने गए थे।
इनके बीच है मुकाबला
इस बार आम आदमी पार्टी ने विश्वास नगर विधानसभा सीट पर दीपक सिंगला को मौका दिया है। इलाके में लोकप्रिय दीपक सिंगला ने विश्वास नगर में बीजेपी के अजेय दुर्ग को भेदने के लिए खास रणनीति बनाई है। जबकि भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से ओपी शर्मा पर भरोसा जताया है तो वहीं कांग्रेस के टिकट पर इस बार गुरुचरण सिंह राजू अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
कांग्रेस इस सीट पर अब तक तीन बार चुनी गई है। ऐसे में वो इस सीट पर एक बार फिर से वापसी करना चाहेगी। वहीं आम आदमी पार्टी इस सीट पर अपना खाता खोलने के लिए बेकरार है।
दिलचस्प बात ये है कि विश्वास नगर विधानसभा सीट पर इस बार चुनाव लड़ रहे ओपी शर्मा और दीपक सिंगला इससे पहले दिल्ली एंड डिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए) के चुनाव में एक दूसरे के सामने चुनाव लड़ चुके हैं। दोनों ने जुलाई 2018 में डीडीसीए की अपेक्स काउंसिल का चुनाव लडा था। एक ही पोस्ट पर दोनों के बीच मुकाबला हुआ था। कोषाध्यक्ष पद पर वह रजत शर्मा पैनल से मैदान में उतरे थे और 4300 मेंबरों वाली डीडीसीए की लड़ाई में ओ पी शर्मा ने बाजी मार ली थी। आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट 34 साल के युवा दीपक सिंघला दिल्ली क्रिकेट के चुनाव में पूर्व टेस्ट क्रिकेटर मदन लाल के पैनल से कोषाध्यक्ष पद पर खड़े हुए थे। डीडीसीए के त्रिकोणीय मुकाबले में ओपी को 1241 वोट मिले थे, जबकि दीपक को 891 वोट से संतोष करना पड़ा था। यह अंतर 350 वोट का रहा ।
दिलचस्प बात ये है कि शर्मा व सिंगला दोनों ही मिठाई कारोबारी हैं। एक ओर दिलचस्प बात ये है कि विश्वास नगर में कांग्रेस के कैंडिडेट गुरचरण सिंह ‘राजू’ भी डीडीसीए के मेंबर हैं।
पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली के बेहद करीबी रहे ओपी शर्मा (67) डिफेंस एनक्लेव में रहते हैं और यमुना बाजार के हनुमान मंदिर पर शिव मिष्ठान के नाम से उनका मिठाई का पारिवारिक कारोबार है। जबकि दीपक सिंघला मधु विहार में अपने पिता बाबू राम सिंघला के कारोबार सिंघला स्वीट्स को संभालते हैं। सिंघला 2011 में इंडिया अंगेस्ट करेप्श्न मुहिम के दौरान केजरीवाल से जुड़े थे।
कांग्रेस के कैंडिडेट गुरचरण सिंह ‘राजू’ प्रीत विहार इलाके में रहते हैं। वह भी लंबे समय से डीडीसीए के मेंबर हैं। 55 साल के राजू ईस्ट एमसीडी के पार्षद रह चुके हैं और कृष्णा नगर कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष हैं। वह सैनी एनक्लेव में एक रेस्टोरेंट के मालिक हैं। बहरहाल, दिल्ली क्रिकेट की राजनीति से जुड़े तीनों कैंडिडेट अब विधानसभा चुनाव की पिच पर आमने सामने हैं। लेकिन इस बार चुनाव में बीजेपी जिस तरह केजरीवाल के झूठे वादों की पोल खोल रही है और नागरिकता कानून का विरोध कर रहे एक खास तबके को केजरीवाल की शह का भंडाफोड़ कर रही है उससे लगता है कि समूची दिल्ली की तरह विश्वास नगर में भी हिन्दु वोटों का ध्रुवीकरण शुरू हो चुका है। ऐसा हुआ तो बीजेवी के इस गढ पर आप के कब्जे का सपना धरा रह जाएगा। बहरहाल देखना होगा कि क्रिकेट के मैदान के बाहर हो रहे इस ‘मैच’ को जीतने में सफल होता है।
इलाके का भूगोल और जनता के मुद्दे
बता दें कि विश्वास नगर, दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट इलाके में आता है। यहां पर कुल वोटर्स की संख्या 1,86, 871 हैं। इनमें 1,01,705 पुरुष वोटर्स हैं, जबकि 85,149 महिला वोटर्स। विश्वास नगर विधानसभा क्षेत्र के तहत विश्वास नगर, आनंद विहार, आईपी एक्सटेंशन और प्रीत विहार चार वॉर्ड पड़ते हैं। अगर इस क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति पर नजर डाली जाए तो यहां पर अवैध और नियमित कॉलोनियां हैं, कुछ अवैध कॉलोनियां भी हैं। आनंद विहार एरिया के आसपास कई झुग्गी बस्तियां हैं तो आईपी एक्सटेंशन और आनंद विहार एरिया में कई पॉश कॉलोनियां हैं। इनके अलावा यहां पर चार गांव पड़ते हैं। ये गांव कड़कड़डूमा, गाजीपुर, हसनपुर और आर्य नगर हैं। इस एरिया में कई ग्रुप हाउसिंग सोसायटी भी आती हैं। इस इलाके में सबसे बडा मुद्दा सफाई का ही है। इस एरिया में सफाई व्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित रहती है।