गाजियाबाद। बहुचर्चित गौरव चंदेल हत्याकांड के आरोपी उमेश व एक महिलाा को हापुड़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी धौलाना क्षेत्र से की है। आरोपी के पास से एक पिस्टल भी बरामद हुई है। जानकारी के मुताबिक बुलंदशहर के रायपुर निवासी उमेश मिर्ची गैंग से जुड़ा हुआ है। इस गैंग का सरगना आशू है। गैंग के सदस्यों ने कुछ माह पहले भी भाजपा नेता राकेश वर्मा की हत्या कर दी थी। वहीं हापुड़ पुलिस अब इस मामले में साढ़े आठ बजे प्रेस वार्ता करेगी।
नोएडा पुलिस और हापुड़ पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। एक आरोपी का नाम उमेश है जिसे हापुड़ के धौलाना से गिरफ्तार किया गया है। एक महिला भी गिरफ्तार हुई है। ये दोनों आशु गैंग के बदमाश हैं। आशु गैंग कारजैकिंग, लूट, फिरौती, हत्या की वारदातों को अंजाम देता है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों से पूछताछ जारी है। फिलहाल नोएडा पुलिस हापुड़ में मौजूद है और वहीं पूछताछ की जा रही है।
हत्यारों ने मसूरी ही क्यों चुना, एक किलोमीटर के दायरे में दो कार
बता दें कि इससे पहले नोएडा में रीजनल मैनेजर की हत्या कर उनकी कार लूटने वाले बदमाशों ने आठ दिन बाद गाजियाबाद में कविनगर क्षेत्र से टियागो कार लूटी थी। दोनों ही कारों को बदमाश तीन घंटे के अंतराल में खड़ी करके फरार हो गए थे। बड़ा सवाल यह है कि दो जिलों में वारदातों को अंजाम देने वाले बदमाशों ने दोनों कार खड़ी करने को आखिर मसूरी थानाक्षेत्र ही क्यों चुना।
बहरहाल दोनों जिलों की पुलिस व एसटीएफ के पास इसका कोई जवाब नहीं है। दोनों घटनाओं को लेकर पुलिस फिलहाल पूरी तरह खाली हाथ है।
गत 6 जनवरी को नोएडा में एक कंपनी के रीजनल मैनेजर गौरव चंदेल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। बहुचर्चित मामला होने के कारण घटना के खुलासे के लिए नोएडा पुलिस के अलावा एसटीएफ को भी लगाया गया था।
पुलिस हाथ-पांव पीट ही रही थी कि गौरव चंदेल के हत्यारे गत 14 जनवरी की रात करीब साढ़े 10 बजे गौरव की सेल्टोस कार को मसूरी क्षेत्र के आकाश नगर में छोड़कर फरार हो गए थे। पुलिस पड़ताल में जुटी ही थी कि पता चला कि सेल्टोस कार खड़ी करने से पहले बदमाशों ने कविनगर थानाक्षेत्र से चिराग अग्रवाल की टियागो कार लूटी थी। उक्त कार को भी बदमाश 14 जनवरी को ही रात करीब 1.25 बजे मसूरी थानाक्षेत्र के मिसलगढ़ी में छोड़कर फरार हो गए थे।
बदमाश आए और दोनों कारों को एक किलोमीटर की दूरी में खड़ी करके फरार हो गए थे और नोएडा पुलिस, गाजियाबाद पुलिस व एसटीएफ को भनक तक नहीं लग सकी। हालांकि, पुलिस का कहना है कि नोएडा में घटनास्थल, कविनगर क्षेत्र में कार लूट का क्षेत्र, आकाश नगर और मिसलगढ़ी में मोबाइल डंप उठाकर संदिग्ध मोबाइल नंबरों की तलाश की जा रही थी।