नई दिल्ली । लंबे इंतजार के बाद कांग्रेस ने अपने 54 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। कांग्रेस के उम्मीदवारों की सूची में वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ युवा, महिला और नेताओं के रिश्तेदारों के भी नाम हैं। 54 में से 32 नए चेहरे हैं, जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। 15 पूर्व विधायक रहे हैं और 7 ऐसे उम्मीदवार हैं, जो पहले चुनाव तो लड़े लेकिन उन्हें हार मिली थी। कांग्रेस की सूची काे देखे ताे इसमें कुछ काे छाेड़कर ज्यादातर उम्मीदवार वाेट कटवा की भूमिका से ज्यादा कुछ करने की स्थिति में नहीं है।
कांग्रेस ने बीजेपी और आम आदमी पार्टी की तुलना में सबसे ज्यादा 10 महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है। कांग्रेस ने हर जातीय और सामाजिक समीकरण का भी खास ख्याल रखा है। बाकी 16 सीटों में से चार सीट राजद को मिली है, जिसमें बुराड़ी, उत्तम नगर, पालम और करावल नगर शामिल हैं। 12 सीटों पर पेच फंसा हुआ है।
14 पंजाबी उम्मीदवार, 10 महिलाओं का टिकट
कांग्रेस ने 14 पंजाबी उम्मीदवारों को टिकट दिया है। इसमें अरविंदर सिंह लवली, ए. के. वालिया, शिवानी चोपड़ा, तरविंदर सिंह मारवाह, रमेश कुमार पोपली जैसे नाम हैं। इसके अलावा कांग्रेस ने 8 जाट उम्मीदवारों को भी जगह दी है। लिस्ट में 5 वैश्य, 4 मुस्लिम नेता भी हैं। सिर्फ एक गुर्जर नेता को उम्मीदवार बनाया गया है।
प्रदेश महिला अध्यक्ष शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पिछले दिनों कहा था कि प्रदेश महिला की तरफ से हमने लिस्ट दी है, ताकि पार्टी ज्यादा से ज्यादा महिला उम्मीदवारों को जगह मिले। इस बार दस महिला उम्मीदवारों को कांग्रेस ने उतारा है। इसमें मॉडल टाउन से अकांक्षा ओला, चांदनी चौक से अलका लांबा, जनकपुरी से राधिका खेड़ा, मालवीय नगर से नीतू वर्मा, आरके पुरम से प्रियंका सिंह, संगम विहार से पूनम आजाद, कालकाजी से शिवानी चोपड़ा, बाबरपुर से अन्वीक्षा त्रिपाठी जैन, तिमारपुर से अमर लता सांगवान और पटेल नगर से पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ शामिल हैं।
11 रिश्तेदारों को टिकट
दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री योगानंद शास्त्री की बेटी प्रियंका सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी चोपड़ा, वरिष्ठ नेता कुंवर करण सिंह की बेटी अकांक्षा ओला, प्रदेश अध्यक्ष रहे राम बाबू शर्मा के बेटे विपिन शर्मा, पूर्व एमएलए हसन अहमद के बेटे अली मेहंदी, जिला अध्यक्ष कैलाश जैन की बहू अन्वीक्षा त्रिपाठी जैन, पूर्व एमएलए डॉक्टर विजेंद्र सिंह के बेटे मनदीप सिंह, पूर्व विधायक चौधरी प्रेम सिंह के बेटे युद्धराज सिंह, कीर्ति आजाद की पत्नी पूनम आजाद सहित 11 रिश्तेदारों को टिकट दिया गया है।
कुछ सीटें रोककर कांग्रेस ने बनाया सस्पेंस
कांग्रेस ने जिन 16 सीटों पर अभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया, उनमें से करीब आधा दर्जन सीटों को उसने एक रणनीति के तहत ही रोका हुआ है, जबकि चार सीटें उसने राष्ट्रीय जनता दल को देने का फैसला किया है। बाकी कुछ सीटें ऐसी हैं, जिन्हें लेकर पार्टी के भीतर ही नेताओं में रस्साकशी चल रही है। इनमें ओखला की सीट भी शामिल है।
सूत्रों का कहना है कि बुराड़ी, करावल नगर, पालम और उत्तम नगर की सीटें कांग्रेस ने अपने सहयोगी आरजेडी को दी हैं। इन चारों क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के लोग रहते हैं। पार्टी ने यह कदम संभवत: पूर्वांचली नेता महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा के आप में जाने के बाद उठाया है। पार्टी ने मादीपुर, बिजवासन, महरौली और राजेन्द्र नगर की सीटों को एक रणनीति के तहत घोषित नहीं किया। एक सीनियर लीडर के मुताबिक इन सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिए गए हैं, लेकिन फिलहाल पार्टी की रणनीति है कि अभी उम्मीदवार घोषित न किए जाएं।
कुछ सीटें एक
दूसरे से जुड़ीं
सूत्रों का कहना है कि नई
दिल्ली के साथ दो और सीटें इसलिए घोषित नहीं की गईं, क्योंकि पार्टी के नजरिए से यह इंटरलिंक सीटें हैं। दरअसल, कुछ नेता चाहते हैं कि नई दिल्ली से अरविंद
केजरीवाल के खिलाफ जिसे भी उम्मीदवार बनाया जाए, उसे या तो दूसरी सीट पर लड़ाया जाए या उसके किसी परिजन को दूसरी सीट पर
उम्मीदवार बनाया जाए। इसी खींचतान की वजह से अब तक नई दिल्ली समेत 5 सीटों पर उम्मीदवार तय नहीं हो पाए हैं। घोंडा
और कोंडली में भी पार्टी की कुछ नेताओं से बातचीत चल रही है इसलिए पार्टी जल्दबाजी
नहीं कर रही। तिलक नगर में सिख उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। ओखला को लेकर
दो पूर्व विधायकों में रस्साकशी की वजह से पार्टी फैसला नहीं ले पा रही।