नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित कर रहे हैं. उन्होंने देश के सभी मुसलमान भाई-बहनों से अपील है कि पहले खुद नागरिकता संशोधन अधिनियम को समझें और फिर दूसरों को भी समझाएं. मोदी ने कहा कि नहीं तो झूठ और भ्रम फैलाने वाले राजनीतिक दल अपने वोट बैंक के स्वार्थ के लिए हमें आपस में यूं ही लड़ाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि अफवाहों से बचें और सच जानें.
बिंदुवार पढ़ें पीएम मोदी का संबोधन :
- झूठ और भ्रम फैलाने वाले राजनीतिक दल अपने वोट बैंक के स्वार्थ के लिए हमें आपस में यूं ही लड़ाते रहेंगे. अफवाहों से बचें और सच जानें.
- देश के सभी मुसलमान भाई-बहनों से अपील है कि पहले खुद नागरिकता संशोधन अधिनियम को समझें और फिर दूसरों को भी समझाएं. नहीं तो…
- भारत में बना, जिसमें हमारे देशवासियों के पसीने की महक हो, ऐसी चीजों को खरीदने का हम आग्रह कर सकते हैं क्या?
- क्या हम संकल्प ले सकते हैं कि 2022 तक जब आजादी के 75 वर्ष पूरे होंगे, इन 2-3 साल हम स्थानीय उत्पाद खरीदने के आग्रही बनें?
- गरीब से गरीब के जीवन में समृद्धि लाता हो. सौ साल पहले गांधी जी ने एक बड़ा जन आन्दोलन शुरु किया. इसका एक लक्ष्य था भारतीय उत्पादों को प्रोत्साहित करना.
- महात्मा गांधी ने स्वदेशी की इस भावना को एक ऐसे दीपक के रूप में देखा जो लाखों के जीवन को रोशन करता हो.
- क्या उन्हें अपनी खरीदारी में स्थान दे सकते हैं? मुझे विश्वास है कि भारत में ये दशक न सिर्फ युवाओं के विकास के लिए होगा बल्कि युवाओं के सामर्थ्य से देश का विकास करने वाला भी साबित होगा. भारत को आधुनिक बनाने में युवा पीढ़ी की बहुत बड़ी भूमिका होने वाली है.
- मैंने 15 अगस्त को लालकिले से देशवासियों से एक आग्रह किया था और देशवासियों से लोकल खरीदने का आग्रह किया था. आज फिर से मेरा सुझाव है कि क्या हम स्थानीय स्तर पर बने उत्पादों को प्रोत्साहन दे सकते हैं?
- 2019 की विदाई के पल हमारे समाने हैं, अब हम न सिर्फ नए साल में प्रवेश करेंगे, बल्कि नए दशक में प्रवेश करेंगे. इसमें देश के विकास को गति देने में वह लोग सक्रिय भूमिका निभाएंगे, जिनका जन्म 21वीं सदी में हुआ है.