नई दिल्ली। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के साल 2019 – 20 के संशोधित बजट पर अनुमानित साल 2020- 21 के बजट अनुमान पर चर्चा के पहले दिन नेता प्रतिपक्ष रोहित कुमार ने अपना बजट भाषण पेश किया. बजट भाषण के दौरान रोहित कुमार ने निगम के बजट पर निशाना साधते हुए कहा कि इस बजट में न नजरिया है और न उद्देश्य है .
खोखला और कागजी है बजट
रोहित कुमार ने कहा की सत्ता पक्ष की तरफ से पेश किया गया बजट कागज़ी और खोखला है. इस बजट में पुर्वी दिल्ली की जनता के लिए कोई भी योजना नहीं है . निगम को दिल्ली सरकार से सीखने की ज़रूरत है .कच्चे सफाई कर्मचारियों को पक्का किया जाए
रोहित कुमार ने कहा कि पुर्वी दिल्ली निगम में सफाई कर्मचारी दशकों से काम कर रहें है लेकिन उन्हें पक्का नहीं किया गया है . सफाई कर्मचारियों को समय वेतन भी नहीं दिया जा रहा है .
पूर्वर्ती सरकारों से ज़्यादा फंड केजरीवाल सरकार ने निगम को दिया
रोहित कुमार ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की तरफ दिल्ली सरकार पर फंड नहीं देने का झूठा आरोप लगाया जाता रहा है जबकि अरविंद केजरीवाल सरकार ने पूर्वर्ती सरकारों से ज़्यादा फंड निगम को दिया है .
ईमानदार अधिकारी को टिकने नहीं दिया जाता
नेता विपक्ष ने कहा पूर्वी दिल्ली नगर निगम में ईमानदार अधिकारियों को काम करने नहीं दिया जाता. जो भी अधिकारी ईमानदारी से काम करना चाहते हैं उन्हें रास्ते से हटा दिया जाता है. कमिश्नर रणवीर सिंह और एजुकेशन डायरेक्टर अशोक कुमार इसके साफ तौर पर उदाहरण है. इन दोनों का तबादला इसलिए कर दिया गया क्योंकि यह दोनों ईमानदारी से काम कर रहे थे.
हंगामा खड़ा करने के लिए लाया जाता विवादित प्रस्ताव
रोहित कुमार ने कहा कि सत्ता पक्ष की तरफ से जानबूझकर ऐसा प्रस्ताव लाया जाता है जिससे सदन में हंगामा हो.
आय बढ़ाने पर ज़ोर
रोहित कुमार ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम को अपने आय के स्रोत को बढ़ाने की जरूरत है इसके लिए अवैध रूप से चल रहे यूनीपोल और पार्किंग स्थलों को चिन्हित कर उसका टेंडर जारी किया जाना चाहिए.