गाजियाबाद। प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए गाजियाबाद जिला प्रशासन लगातार कदम उठा रहा है. ऐसे में एक तरफ किसानों से पराली न जलाने की अपील की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ पराली जलाने पर किसानों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है. ला प्रशासन ने पराली जलाने पर किसानों पर 55000 हजार का जुर्माना लगाया है.
22 किसानों पर लगाया गया जुर्माना
गाजियाबाद में 1 अक्टूबर से 9 दिसंबर तक फसल अवशेष, धान, पराली और गन्ने का पत्ता जलाने की सेटेलाइट द्वारा 28 घटनाएं जिला प्रशासन के संज्ञान में आई. जिला प्रशासन ने पराली जलाने को लेकर जनपद में 22 कृषकों पर ₹55000 का जुर्माना लगाया है, जबकि 8 कृषकों से ₹20000 जुर्माने की धनराशि वसूली गई. बता दें कि फसल अवशेष ना जलाने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने एक फार्म मशीनरी बैंक, तीन कस्टम हायरिंग सेंटर और चार मल्चर कृषक को अनुदान पर उपलब्ध कराए हैं.
कराया जा रहा प्रचार-प्रसार
जिला के तमाम गांवो और समस्त खंड-कार्यालयों पर होर्डिंग लगाकर पराली ना जलाए जाने हेतु प्रचार प्रसार किया जा रहा है. बता दें कि बीते दिनों गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर की श्रेणी में था. इस दौरान जिला प्रशासन ने जनपद के तमाम ग्रामीण क्षेत्रों में ऑडियो जारी करके पराली ना जलाने की किसानों से अपील की थी.