नई दिल्ली: जेएनयू में हॉस्टल मैनुअल और बढ़ी हुई फीस के रोल बैक को लेकर लगातार विरोध प्रदार्शन हो रहे हैं. इस दौरान छात्रों ने वाइस चांसलर प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार पर हमले की बात सामने आई है . सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मशक्कत के बाद छात्रों के हमले से कुलपति की जान बचाई.
कुलपति ने इस हमले की निंदा की और कहा कि मांगों को लेकर प्रदर्शन करना अलग बात है और अपने ही शिक्षकों को क्षति पहुंचाना अलग.
छात्रों पर होगी प्रशासनिक कार्रवाई
छात्रों के इस व्यवहार के लिए उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस कंप्लेंट करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय नियमों के तहत भी छात्रों के विरुद्ध प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी. छात्र द्वारा किए गए हमले के बारे में बताते हुए प्रोफेसर एम. जगदीश कुमार ने कहा कि हाईकोर्ट से ऑर्डर मिलने के बाद उन्हें तीन दिन पहले सुरक्षा दी गयी थी.
‘शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश’
उन्होंने कहा जब वह स्कूल ऑफ आर्ट्स एंड एस्थेटिक में परीक्षा की तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे तो दर्जनों छात्रों ने उन्हें घेर लिया और उन्हें शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश की. हालांकि उनके साथ चल रहे सुरक्षाबलों ने और पुलिस ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन इस दौरान उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ी . इतना ही नहीं उन्होंने एडमिन ब्लॉक और उनके कार्यालय में घुसकर वहां के दरवाजे भी तोड़ डाले और सारा सामान अस्त-व्यस्त कर दिया.
उन्होंने कहा कि वह किसी भी स्थिति में छात्रों के इस हरकत को नजरअंदाज नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि चीफ प्रॉक्टर द्वारा इस घटना की पूरी जांच की जाएगी. साथ ही वीडियो कैमरे के जरिए हमला करने वाले छात्रों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि इस तरह शिक्षकों पर हमले करने किसी भी विश्वविद्यालय की मर्यादा के विरुद्ध है.
‘कुलपति मुलाकात नहीं करते’
उन्होंने कहा कि जेएनयू प्रशासन छात्रों की हर संभव मदद कर रहा है. सभी प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर कई बैठक की गई और छात्रों के हित में जो भी बन पड़ा वह किया गया. वहीं छात्रों द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए कुलपति ने कहा कि एक तरफ तो छात्र शिक्षकों के साथ बदतमीजी करते हैं, एडमिन ब्लॉक का घेराव कर रहे हैं, हर तरफ दहशत का माहौल बना रखा है, उसपर कहते हैं कि कुलपति मुलाकात नहीं करते.
उन्होंने कहा कि छात्रों की यह हरकत निंदनीय है. उन्होंने अपनी मर्यादा से बाहर जाकर केवल शिक्षकों को और कुलपति को ही क्षति नहीं पहुंचाई बल्कि कई सुरक्षाकर्मी और पुलिसकर्मियों को भी चोट पहुंचाई है. उनकी इस हरकत के लिए पुलिस में शिकायत कर दी गयी है.
सख्त कार्रवाई की मांग
जेएनयू टीचर फेडरेशन ने कुलपति पर हुए हमले की निंदा की. साथ ही उन्होंने मांग की है कि इस हमले की तत्काल रुप से जांच की जाए और हमलावरों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.