पुणे। फिलहाल प्याज के भाव में नरमी का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। कीमतों में दिन-प्रति-दिन इजाफा ही देखने को मिल रहा है। महाराष्ट्र के सोलापुर बाजार में प्याज की कीमतें 200 रुपये के पार निकल गई हैं। इसकी वजह प्याज की कम उपलब्धता है। व्यापारियों का कहना है कि इस महीने के अंत तक प्याज की कीमतें ऊंची बने रहने के आसार हैं। सोलापुर में 300 किलो प्याज की खेप की कीमत 200 रुपये के पार निकल गई। हालांकि, दूसरे बाजार में कीमत इससे कम है।
कीमतों पर होगा रिसर्च
आईआईटी बीएचयू में प्याज की बढ़ती कीमतों का कारण पता लगाने के साथ समाधान निकाला जाएगा। ऐसा प्लान बनाने की तैयारी है जिससे आने वाले समय में समस्या का पूरी तरह समाधान हो सके।
1 किलो प्याज के दाम में खरीद सकते हैं ये चीजें
प्याज की कीमतें इस स्तर पर पहुंच गई हैं कि आप एक किलो प्याज के दाम में कई चीजें खरीद सकते हैं। आप एक किलो प्याज के दाम में एक किलो चिकन, एक क्वालिटी बियर, 2.5 लीटर पेट्रोल तथा पांच किलो आटा खरीद सकते हैं।
दाम पर अगले दो माह नियंत्रण रखेगी सरकार
सरकार ने प्याज के दाम नियंत्रित रखने के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। सरकार ने यह फैसला ऐसे समय पर लिया है, जब सोमवार से विधानसभा का शीत सत्र शुरू होने जा रहा है और कांग्रेस के रुख से साफ है कि वह महंगाई समेत कई मुद्दों पर सरकार पर पूरी तरह हमलावर रहेगी।
खास बात यह है कि शुक्रवार को ही खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने संबंधित फाइल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को भेजी थी। चूंकि किशन कपूर के मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद से महकमा मुख्यमंत्री के पास ही है और विधानसभा में इस मुद्दे के बहाने विपक्ष सीधे मुख्यमंत्री को घेर सकते थे, ऐसे में आनन-फानन में सीएम ने इसे मंजूरी दे दी।
बता दें कि ‘प्याज के बढ़ते दामों से डरी सरकार दाम नियंत्रित करने का फैसला ले सकती है’ शीर्षक से अमर उजाला ने शनिवार के अंक में खबर प्रकाशित की थी। दरअसल, मौजूदा समय में प्याज 120 रुपये प्रति किलो बिक रहा है, जबकि सरकार का तर्क है कि इसके दाम 70 से 80 रुपये प्रति किलो से ज्यादा नहीं होने चाहिएं। ऐसे में वर्ष 2018-19 के बजट में कारोबारियों को राहत देने के लिए होल्डिंग एंड प्रिवेंशन ऑर्डर समाप्त करने का एलान सरकार ने इसी वित्त वर्ष में वापस ले लिया।