गाजियाबाद। भारत में बढ़ते प्रदूषण से हो रहे प्राकृतिक असंतुलन से निदान हेतु कार्य योजनाओं का अभाव साफ दिखाई दे रहा है। पर्यावरण आपातकाल की स्थिति में है दिल्ली एनसीआर में सांस लेना मुश्किल हो रहा है गैस चेंबर की स्थिति हो रही है स्थिति लगातार खराब हो रही है यही स्थिति रही तो पानी की तरह ही आक्सीजन सिलेंडर भी साथ लेकर चलना पड़ सकता है।
इस समष्या के निदान के लिए ग्रीन मैन विजय पाल बघेल ने ग्रीन वाॅफ फ इंड़िया बनाने की पहल की गई है। इसके बनने से अरावली पर्वत का कवच बनकार पश्चिमी विक्षोभ के वायु दबाव में आने वाली रेगिस्तान की धूल को रोकने का काम करेगी। इसी के लिए ग्रीन मैन बघेल पोरबंदर से लेकर कुरूक्षेत्र तक 1600 किमी लंबी यात्रा करने जा रहे हैं। संयुक्त संघ समक्ष सीओपी 14 के माध्यम से मांग उठाई गई थी जिस पर भारत सरकार विचार कर रही है। 11 दिसंबर को विश्व पर्वत दिवस मनाया जाता है इसको ध्यान में रखकर यह यात्रा इसी ऐतिहासिक दिन शुरू की जा रही है इस दौरान 4 राज्यों के 28 जिलों से होते हुए कुरूक्षेत्र तक की यह यात्रा 100 दिनों की होगी। 21 मार्च को विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर यात्रा का समापन किया जाएगा। यात्रा का श्री गणेश राष्ट्रीय वृक्ष बरगद लगाकर किया जाएगा।
विजय पाल बघेल का कहना है कि नमो गंगे ट्रस्ट सहयोगी की भूमिका में लगातार हमारे साथ है व संस्थान के चेयरमैन विजय शर्मा इस पूरी यात्रा में सारथी व साथी की महत्वपूर्ण भूमिका में हमारे साथ है यह हमारे लिए गर्व का विषय है। प्रकृति सेवा के मिशन में हमारा सहयोग करने के लिए पूरी नमो गंगे टीम विशेष रूप से चेयरमैन विजय शर्मा व संयोजक पंकज त्रिपाठी का आभार प्रकट करता हूं। नमो गंगे चेयरमैन विजय शर्मा का कहना है कि इस जीवन यात्रा में नमो गंगे ट्रस्ट पूरी तरह से उनके साथ है व हर संभव सहयोग किया जाएगा यह आवाज गाजियाबाद से शुरू हो रही है यह हम सब गाजियाबाद वासियों के लिए गौरव का छड़ है। कार्यक्रम संयोजक नमो गंगे ट्रस्ट पंकज त्रिपाठी का कहना है कि आॅक्सीजन लेबल लगातार गिर रहा है आने वाली पीढ़ी को बचाना है तो इस मुहिम को सफल बनाना होगा यह किसी एक व्यक्ति का कार्य नही है हम सब देश वासियों को मिलकर इस अभियान में सहयोग करना होगा जन चेतना से इस जन यात्रा को सफल बनाने का कार्य नमो गंगे ट्रस्ट द्वारा किया जाएगा। नमो गंगे की पूरी टीम इस अभियान के संफलता के अपना सौ प्रतिशत योगदान देगी।