गाजियाबाद। प्रतिबंधित दवाओं को मिलाकर बनाए गए नकली फूड सप्लीमेंट बेचने वाले एक गोदाम को जिला प्रशासन, फूड एंड सेफ्टी डिपार्टमेंट और ड्रग डिपार्टमेंट ने सील किया है। विजयनगर क्षेत्र में संचालित इस गोदाम में करीब 4 हजार किलोग्राम से ज्यादा फूड सप्लीमेंट बरामद हुआ है। बरामद सप्लीमेंट के सैंपल लेकर खाद्य एवं सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने जांच के लिए भेजा है। उन्होंने गोदाम मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।
बीते दिनों डीएम ने सभी फूड सप्लीमेंट विक्रेताओं और जिम संचालकों के साथ बैठक कर बिना डॉक्टर के पर्चे के सप्लीमेंट न बेचे जाने के निर्देश दिए थे। बावजूद इसके जिले में शहर में बिना डॉक्टरी सलाह के प्रतिबंधित दवाओं को मिश्रित कर फूड सप्लीमेंट बेचे जा रहे हैं। सोमवार को डीएम अजय शंकर पांडेय को मोबाइल पर सूचना मिली कि विजयनगर में त्रिपाठी नर्सिंग होम के पास ‘न्यूट्रीशियन वर्ल्ड’ के नाम से फूड सप्लीमेंट की दुकान और गोदाम चल रहा है।
प्रतिबंधित दवाओं को मिलाकर फूड सप्लीमेंट बेचे जाने की शिकायत पर उन्होंने टीम गठित की। अपर नगर मजिस्ट्रेट थर्ड, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला क्रीड़ा अधिकारी और ड्रग इंस्पेक्टर को मौके पर भेजकर जांच कराई। खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनीत कुमार ने बताया कि छापामारी के दौरान दुकान और गोदाम पर नियमों के विरुद्ध नकली फूड सप्लीमेंट और प्रतिबंधित दवाओं को मिश्रित कर खाद्य पदार्थों को बिना डॉक्टरी सलाह के बेचा जा रहा था। मौके से करीब 4 कुंतल से ज्यादा फूड सप्लीमेंट बरामद हुए हैं।
जांच के बाद सप्लीमेंट कराया जाएगा नष्ट
खाद्य सुरक्षा अधिकारी के मुताबिक बरामद फूड सप्लीमेंट के सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजे गए हैं। उनमें स्ट्रायड मिलाए जाने की आशंका है। जांच में अगर उनमें प्रतिबंधित दवा मिलने की पुष्टि हुई तो उन्हें नष्ट कराया जाएगा। जांच में क्लीन चिट मिलने पर ही उन्हें बिक्री की अनुमति दी जाएगी। दुकानदार के पास ड्रग लाइसेंस नहीं है।
आयात किए गए सप्लीमेंट के नहीं मिले बिल
अधिकारियों ने बताया कि बरामद फूड सप्लीमेंट में अधिकांश विदेशी कंपनी के हैं। इनके बिल भी दुकानदार के पास नहीं मिले हैं। कुछ फूड सप्लीमेंट को खुला बेचा जा रहा था, जबकि ऐसा करना गैरकानूनी है। खुले सप्लीमेंट में खरीदने वाले को यह पता नहीं होता कि उसमें क्या मिला हुआ है। यह सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है।
ऐसा न करें
– ट्रेनर की सलाह पर फूड सप्लीमेंट न खरीदें।
– खुला फूड सप्लीमेंट कभी न खरीदें।
– डायटीशियन से सलाह लें और उनकी सलाह पर ही फूड सप्लीमेंट का इस्तेमाल करें।
– जल्द मसल्स बनाने के लिए ज्यादा मात्रा में सप्लीमेंट का सेवन न करें।
– नकली से बचने के लिए भरोसेमंद दुकानों से ही फूड सप्लीमेंट खरीदें।
शरीर के लिए नुकसानदायक है नकली फूड सप्लीमेंट
जिला एमएमजी अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. आरपी सिंह ने बताया कि किसी भी तरह का सप्लीमेंट बिना चिकित्सकाें की सलाह के नहीं लिया जाना चाहिए। पेट में जाने पर यह पेट को खराब कर सकता है, इसके असर से लीवर को नुकसान हो सकता है और लगातार लेने से गुर्दे भी खराब कर सकता है। अगर शरीर में कैलशियम कम होता है तो हड्डियों को भी यह नुकसान पहुंचा सकता है।