मुंबई। महाराष्ट्र की नई सरकार के मुख्यमंत्री पद के लिए उद्धव ठाकरे के नाम पर सहमति बन गई है। इस बात का ऐलान खुद राकांपा प्रमुख शरद पवार ने किया। इसके कुछ देर बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद स्वीकार करने को तैयार हैं। शिवसेना, राकांपा, कांग्रेस तीनों दलों के बड़े नेताओं की वर्ली स्थित नेहरू सेंटर में आयोजित पहली बैठक से बाहर आने के बाद पवार ने यह घोषणा की।
पवार ने कहा कि मुख्यमंत्री के लिए उद्धव ठाकरे के नाम पर सहमति बनी है। बाकी मुद्दों पर बातचीत जारी है। शनिवार तक सभी चीजें तय हो जाएंगी। इसके बाद मीडिया को समग्र जानकारी दी जाएगी। पवार के बैठक से बाहर आने के कुछ देर बाद उद्धव ठाकरे बाहर आए। हालांकि मुख्यमंत्री पद के लिए अपने नाम पर सहमति बनने के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा।
उद्धव क्या बोले
मीडिया के सवालों के जवाब में उद्धव ने सिर्फ इतना कहा कि आज पहली बार तीनों पार्टियों के नेता एक साथ बैठे और चर्चा की। चर्चा सही दिशा में जा रही है। सकारात्मक माहौल में चर्चा हुई है। बहुत से मुद्दों पर हमने बात की और उन पर आम राय बन गई है, लेकिन अभी चर्चा जारी है। हम कोई भी मुद्दा अधूरा नहीं छोड़ना चाहते, जिस पर गतिरोध हो और ना ही मीडिया को आधी-अधूरी जानकारी देना चाहते। जल्दी ही हम मीडिया के साथ सारी बातें साझा करेंगे।
राउत का बड़ा ऐलान
नेहरू सेंटर से बिना कुछ कहे निकल जाने से यह संभ्रम बन गया था कि पता नहीं उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी स्वीकार करेंगे या नहीं, लेकिन बाद में शिवसेना सांसद राऊत ने मीडिया को जानकारी दी कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी स्वीकार करने को तैयार हैं।
तीन घंटे चली बैठक
शुक्रवार को नेहरू सेंटर में हुई तीनों दलों की बैठक ढाई से तीन घंटे तक चली। सवा दो घंटे बाद शरद पवार और उद्धव ठाकरे समेत शिवसेना के नेता बैठक से बाहर निकले। इसके बाद भी कांग्रेस-राकांपा नेताओं की बैठक चलती रही। कांग्रेस-राकांपा की बैठक खत्म होने पर पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि दोनों दलों में कल भी चर्चा जारी रहेगी। शुक्रवार की बैठक में शिवसेना की तरफ से उद्धव ठाकरे उनके बड़े बेटे आदित्य ठाकरे, संजय राउत, एकनाथ शिंदे और सुभाष देसाई मौजूद थे। वहीं, राकांपा की तरफ से शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटील, अजित पवार और कांग्रेस की तरफ से अहमद पटेल, मल्लिकार्जुन खड़गे, के.सी. वेणुगोपाल, अविनाश पांडे, बालासाहेब थोरात और पृथ्वीराज चव्हाण ने हिस्सा लिया।
इन बातों पर साफ नहीं तस्वीर: तीनों पार्टियों के नेताओं की मैराथन बैठक के बावजूद इन बातों पर अभी तस्वीर साफ नहीं हुई है।
- क्या शिवसेना का मुख्यमंत्री पूरे पांच साल रहेगा, या इस पद को राकांपा के साथ ढाई-ढाई साल बांटा जाएगा?
- क्या नई सरकार में पूरे पांच साल के लिए दो उपमुख्यमंत्री होंगे, या उपमुख्यमंत्री पद कांग्रेस-राकांपा में ढाई-ढाई साल बांटा जाएगा?
- नई सरकार में मंत्री पदों का तीनों दलों में समान बंटवारा होगा या चार विधायकों पर एक मंत्री पद का फॉर्म्युला चलेगा?
- विधानसभा का अध्यक्ष पद किस पार्टी को मिलेगा?
शिवसेना विधायक एक साथ
शुक्रवार को सुबह शिवसेना विधायक दल की बैठक मातोश्री में हुई। विधायकों ने बैठक में उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री बनने की मांग की। उद्धव ठाकरे ने अपने विधायकों को ताजा स्थिति की जानकारी दी और सभी विधायकों को एकजुट रहने की बात कही। इसके बाद शिवसेना के सभी विधायकों को अंधेरी के होटल ललित में ठहरा दिया गया है।
कांग्रेस-एनसीपी की बैठक
शिवसेना विधायक दल की बैठक के बाद कांग्रेस-राकांपा दलों के नेताओं ने अपने मित्र दलों के नेताओं के साथ बैठक की। यह बैठक राकांपा नेता धनंजय मुंडे के सरकारी आवास पर हुई। इसमें शेकाप, समाजवादी पार्टी, स्वाभिमान पार्टी और माकपा के नेता शामिल हुए। सभी ने शिवसेना के साथ सरकार बनाने के कांग्रेस-राकांपा के फैसले को यह कहकर समर्थन दिया कि मौजूदा स्थिति में भाजपा को रोकने के लिए यह बहुत जरूरी है।