दिल्लीराज्य

नेहरू स्मारक निधि को 4.35 करोड़ का नोटिस, हाउस टैक्स माफी की गुहार

नई दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू स्मारक निधि के अधीन आनंद भवन, संग्रहालय व तारामंडल (प्लेनेटोरियम) पर ब्याज समेत 4.35 करोड़ रुपये गृहकर बकाया का नोटिस जारी हुआ है। नगर निगम से नोटिस मिलने के बाद स्मारक निधि के नई दिल्ली स्थित दफ्तर से मेयर के नाम चिट्ठी आई है। इसमें गुजारिश की गई है कि पुनर्मूल्यांकन कराकर गृहकर माफ किया जाए। इस पर फिर से स्थलीय निरीक्षण किए जाने का निर्देश मुख्य कर निर्धारण अधिकारी ने दिया है। सोमवार को नगर निगम में हुई पुनरीक्षित बजट की बैठक में आनंद भवन के मुद्दे पर दो घंटे तक बहस हुई। निगम का कहना है कि आनंद भवन को अपने चैरिटेबल ट्रस्ट के कागजात प्रस्तुत करने होंगे तभी गृहकर माफ किया जा सकता है।

सोनिया गांधी ने गृहकर पर जताई नाराजगी: नगर निगम अफसरों का कहना है कि गृहकर की धनराशि की जानकारी मिलने के बाद जवाहरलाल स्मारक निधि की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ट्रस्ट के पदाधकारियों के प्रति नाराजगी जताई है। साथ ही निर्देश दिया है कि नगर निगम के अफसरों से वार्ता कर गृहकर में संशोधन कराकर उसे जमा किया जाए। हालांकि अफसर सोनिया गांधी के दिए निर्देश का प्रमाण नहीं दे सके।

महादेवी वर्मा के नाम भेजा था गृहकर
वर्ष 1987 में दुनिया छोड़ चुकीं महीयसी महादेवी वर्मा के नाम पर करीब 64 हजार रुपये का गृहकर बकाया है। पिछले वर्ष नगर निगम ने नोटिस भी जारी किया था। चौतरफा विरोध के बाद फैसला हुआ कि गृहकर माफ कर दिया जाएगा, लेकिन इसके लिए मौजूदा दस्तावेज देना होगा ताकि मकान का नामांतरण किया जा सके। निगम अफसरों का कहना है कि महादेवी के आवास में रह रहे लोगों की ओर से अभी तक कोई ऐसा दस्तावेज नहीं दिया गया है, जिसके आधार पर नामांतरण किया जा सके।

कमला नेहरू अस्पताल पर 1.72 करोड़ गृहकर बकाया
कमला नेहरू अस्पताल पर एक करोड़ 72 लाख का गृहकर बकाया है। 2003 से ही कमला नेहरू मेमोरियल अस्पताल का भी गृहकर जमा नहीं हुआ है। अफसरों का कहना है कि कोर्ट में यह भी मामला है और कोर्ट ने इस पर स्टे दे रखा है। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी के अनुसार 2014 में नई नियमावली के आधार पर गृहकर निर्धारण किया था। 

आनंद भवन पर गृहकर नोटिस का विरोध
प्रयागराज नगर निगम में सोमवार को पुनरीक्षित बैठक में आनंद भवन पर बकाया गृहकर नोटिस भेजने के प्रकरण में जमकर नोकझोंक हुई। खफा पार्षद महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी व मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्र से भिड़ गए। कहा कि किस आधार पर राष्ट्र की धरोहर को नोटिस भेजा गया। जबकि कोई भी ट्रस्ट गृहकर या किसी भी कर के दायरे में नहीं आता। बाद में उन्हें समझाया गया कि जवाहरलाल नेहरू स्मारक निधि अपने ट्रस्ट होने के दस्तावेज निगम को सौंपे तो गृहकर माफ करने पर विचार किया जाएगा।

हर साल 600 रुपये गृहकर जमा करता है आनंद भवन
आनंद भवन, संग्रहालय व तारामंडल का गृहकर मात्र 600 रुपये था और अभी तक 600 रुपये ही चला आ रहा है। इस वर्ष भी छह सौ रुपये ही जमा किया गया है। करीब दो हफ्ते पूर्व भेजे गए नोटिस के बाद अब गृहकर माफी के लिए दिल्ली से चिट्ठी आई है। स्थलीय निरीक्षण के बाद गृहकर की रूपरेखा तय की जाएगी।

किसने क्या कहा:
महापौर भिलाषा गुप्ता नंदी ने कहा, “इतने वर्षों में कभी भी जवाहरलाल नेहरू स्मारक निधि की ओर से आपप्ति नहीं आई। अब आपत्ति प्रेषित की गई है। अपने चैरिटेबुल ट्रस्ट होने के दस्तावेज नगर निगम को सौंप दें तो गृहकर माफ किया जा सकता है।”

वरिष्ठ कांग्रेस नेता बाबा अभय अवस्थी बोले, “आनंद भवन हो या फिर संग्रहालय या तारामंडल यहां बच्चों को ज्ञान की प्राप्ति होती है। आनंद भवन राष्ट्रीय स्वतंत्रता का मंदिर है। और मंदिर से सरकार टैक्स वसूलना चाहती है जो पूरी तरह गलत है।”

कांग्रेस पार्षद और नेता सदन मुकुंद तिवारी ने कहा, “आनंद भवन को बकाया गृहकर का नोटिस भेजना सरकार की गहरी साजिश है। यहां ज्ञान का प्रवाह होता है। देश की आजादी में आनंद भवन की भूमिका अहम रही है। यह सरासर गलत हो रहा है।”

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