
नई दिल्ली। दिल्ली में लागू हो रहे ऑड-इवेन के मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएम ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि ऑड-इवेन के दौरान किसी को किसी तरह की परेशानी न हो। इस दौरान मेट्रो व बसों के फेरे बढ़ा दिए जाएं। साथ ही उन्होंने जुर्माना लगाने की बजाय व्यवस्था बनाने पर ध्यान देने की बात कही है।
2000 निजी बसों को चलाने का लिया फैसला
दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर 2,000 निजी बसों को चलाने का फैसला किया है। पिछली बार ऑड-इवेन के दौरान केवल 500 बसें लगी थीं। डीटीसी बसों के पूरे बेड़े के साथ सभी क्लस्टर बसों को भी लगाया जाएगा।
चार विभागों को मिला चालान करने का अधिकार
बैठक में यह भी तय हुआ कि ऑड-इवेन का उल्लंघन करने वाले वाहनों पर चालान लगाने का अधिकार इस बार चार विभागों के पास होगा। राजस्व विभाग, यातायात पुलिस, परिवहन विभाग और सहायक यातायात निरीक्षक दल के एसडीएम और तहसीलदार। इस बार ऑड-इवेन के उल्लंघन पर 4000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। पहले यह दो हजार रुपये था।
ओला और उबर को किराया नहीं बढ़ाने को कहा
दिल्ली परिवहन विभाग ने ओला और उबर जैसी कंपनियों को किराया नहीं बढ़ाने को कहा है। साथ ही ऑटो, ई-रिक्शा को भी किराये में बढ़ोतरी नहीं करने की सलाह दी गई है। बैठक में तय हुआ कि पहले दिन चालान काटे जाने पर जोर नहीं रहेगा, बल्कि नियम तोड़ने वालों को समझाकर वापस लौटाया जाएगा।