नई दिल्ली। हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा सीटों के लिए गुरुवार को मतगणना होगी। इसके साथ ही विधानसभा की 51 और लोकसभा की दो सीटों के लिए भी गुरुवार को मतों की गिनती होगी। दोनों राज्यों के साथ ही उपचुनाव वाले सीटों के लिए सोमवार को मतदान हुआ था।
मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू
महाराष्ट्र व हरियाणा में 21 अक्टूबर को हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आज आएंगे। दोनों राज्यों में सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो गई है और थोड़ी ही देर में रुझान व नतीजे मिलने लगेंगे। सभी एग्जिट पोल में महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना के फिर सत्तारूढ़ होने का अनुमान जताया गया है। इसी तरह हरियाणा में भी भाजपा की खट्टर सरकार की फिर ताजपोशी का पूर्वानुमान जताया गया है, लेकिन एक एजेंसी ने राज्य में त्रिशंकु नतीजे का अनुमान जताया है।
महाराष्ट्र व हरियाणा विस चुनाव के नतीजे आज
महाराष्ट्र व हरियाणा में विधानसभा चुनाव के नतीजे गुरुवार को आएंगे। महाराष्ट्र और हरियाणा में भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों को लोकसभा चुनाव में मिली भारी जीत के बाद से यह पहला बड़ा चुनाव है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर है। मतगणना के दौरान इन दिग्गजों पर सबकी नजर रहेगी।
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला
महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना गठबंधन और कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के बीच मुख्य मुकाबला है। महाराष्ट्र में राज ठाकरे की मनसे और हरियाणा में मायावती की बसपा की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। राज ठाकरे ने 101 प्रत्याशी उतारे थे।
भाजपा की सत्ता में वापसी के संकेत
ज्यादातर एक्जिट पोल के मुताबिक दोनों ही राज्यों में भाजपा गठबंधन की सत्ता में वापसी हो रही है। हालांकि, एक एक्जिट पोल के अनुसार हरियाणा में कांग्रेस बड़ा उलटफेर कर सकती है।
महाराष्ट्र में 1,169 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद
महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों के लिए 235 महिलाओं समेत कुल 3,237 प्रत्याशी मैदान में थे। वहीं, हरियाणा की 90 सीटों के लिए कुल 1,169 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद है।
17 राज्यों की 51 विधानसभा व दो लोकसभा सीटों के उपचुनावों के नतीजे आज
इसके साथ ही 17 राज्यों की 51 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना भी गुरुवार को होगी। इनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश की 11 सीटें शामिल हैं। बिहार की समस्तीपुर और महाराष्ट्र की सतारा लोकसभा सीट पर उपचुनाव के नतीजे भी गुरुवार को घोषित किए जाएंगे। उपचुनाव में भी भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है, क्योंकि 51 में से 30 सीटें उसके और उसके सहयोगी दलों के पास थीं। इन विधानसभा सीटों में से करीब 30 सीटें भाजपा व उसके सहयोगियों के पास थीं जबकि कांग्रेस ने 12 और बाकी क्षेत्रीय दलों ने जीती थीं। सोमवार को इन सीटों पर 57 प्रतिशत ही मतदान हुआ था।
कहां कितनी विस सीटें
उप्र की 11, गुजरात की 6, बिहार की 5, असम 4, हिमाचल व तमिलनाडु दो-दो सीटों पर उपचुनाव हुए। पंजाब की 4, केरल 5, सिक्किम तीन, राजस्थान दो, अरुणाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पुडुचेरी, मेघालय और तेलंगाना में एक-एक सीटों पर उपचुनाव हुआ। महाराष्ट्र की सतारा और बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीटों पर भी उपचुनाव हुआ, जिसके नतीजे गुरुवार को आएंगे।
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद यह पहला चुनाव था
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किए जाने के बाद यह पहला चुनाव था। भाजपा ने चुनाव प्रचार के दौरान इस मुद्दे को जोरशोर से उठाया भी था। अगले महीने से शुरू हो रहे संसद के शीत सत्र से पहले चुनावी जीत से भाजपा का मनोबल बढ़ेगा। माना जा रहा है कि कश्मीर के हालात को लेकर विपक्ष सदन में उसको घेरने की कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
कांग्रेस की प्रतिष्ठा दांव पर
वहीं, कांग्रेस के लिए भी दोनों राज्यों में जीत बहुत अहम है। लोकसभा चुनाव में हार के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा हुआ है। जीत से कांग्रेस को नई संजीवनी मिलेगी।