जहानाबाद। जिले में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान दो संप्रदायों के बीच हुए विवाद ने खूनी संघर्ष का रूप ले लिया है, जिसके बाद पूरे जिले में बुधवार रात से ही तनाव का माहौल कायम है। तनाव की स्थिति को देखते हुए पूरे जिले को सील कर दिया गया है और मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है। एसडीओ के आदेश पर जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। शहर में पांच लोगों के एक साथ जमा होने पर पाबंदी लगा दी गई है। साथ ही हथियार के साथ चलने पर रोक लगा दी गई है। जिले में इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है। पुलिस व प्रशासन के अधिकारी कैंप कर रहे हैं।
जिले में तनाव के माहौल के बीच एडीजी लॉ एंड अॉर्डर रैफ और एसटीएफ की टुकड़ी के साथ जहानाबाद पहुंचे हैं साथ ही गया के आइजी भी मौजूद हैं। नवादा से बीएमपी, अरवल और गया से भी अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है। बुधवार की रात में मां दुर्गा की प्रतिमा पर पथराव कर उसे क्षतिग्रस्त किए जाने का आरोप लगाते हुए विसर्जन में शामिल लोंगों ने जमकर बवाल मचाया और एक खास समुदाय के लोगों पर जमकर पथराव किया। इसके साथ ही उनके धर्म स्थल को भी आग के हवाले कर दिया। इसके बाद दोनों संप्रदायों के बीच जमकर हंगामा और पथराव किया गया जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है।
उपद्रव के बाद तनाव की जानकारी मिलते ही एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अमित कुमार व आइजी पारसनाथ रैफ जवानों तथा भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे तब जाकर उपद्रवी भागे। दोनों अधिकारियों ने माहौल को सामान्य बनाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इसके पूर्व डीएम नवीन कुमार, एसपी मनीष, डीडीसी मुकुल कुमार गुप्ता, एसडीओ निवेदिता कुमारी, एसडीपीओ प्रभात भूषण श्रीवास्तव आदि मामला शांत कराने में लगे थे। स्थिति बिगड़ते देख शहर को पुलिस छावनी में तब्दील कर धारा 144 लागू कर इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी। शांति स्थापित करने के लिए अधिकारियों ने पुलिस बल के साथ फ्लैग मार्च भी किया। संवेदनशील स्थानों पर प्रशासन विशेष चौकसी बरत रहा है। शांति का प्रयास वरीय अधिकारी कर रहे हैं।
फायरिंग के बाद लोग शांत हो गए, लेकिन पूरे इलाके में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस विवाद के बाद विसर्जन के लिए निकलीं देवी दुर्गा की सभी प्रतिमाएं निचली रोड में रुकी हुई है । लोगों का कहना है कि पहले उपद्रवी तत्वों को गिरफ्तार किया जाए, इसके बाद विसर्जन किया जाएगा।