गाजियाबाद। गंग नहर की सफाई के कारण 6 अक्टूबर रविवार से करीब एक माह ट्रांस हिंडन, नोएडा और गाजियाबाद के लोगों को गंगाजल नहीं मिलेगा। इस दौरान नगर निगम और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण अपने-अपने क्षेत्रों में नलकूपों से जलापूर्ति करेगा। लोगों को 24 घंटे में मात्र एक बार करीब दो घंटे पानी मिलेगा। दुर्गाष्टमी, दशहरा और दिवाली के दौरान लोगों को पेजयल किल्लत से जूझनाा पड़ेगा।
इस कारण होती है परेशानी
दरअसल, सिंचाई विभाग हर साल बरसात के मौसम के बाद अक्टूबर में गंग नहर की सफाई कराता है। इस दौरान नहर में पहाड़ों से बहकर आई सिल्ट को साफ किया जाता है। जल्द ही यह सफाई शुरू होगी। इसके चलते चार अक्टूबर की रात को हरिद्वार से सिंचाई विभाग पानी बंद कर देगा। करीब एक माह तक गंगाजल बंद रहेगा। इससे प्रताप विहार, गाजियाबाद स्थित गंगाजल प्लांट में भी गंगाजल नहीं मिलेगा। इस कारण यहां से इंदिरापुरम और वसुंधरा जोन में मिलने वाला गंगाजल भी बंद हो जाएगा।
नगर निगम ने शुरू की तैयारी
प्रताप विहार स्थित प्लांट से वसुंधरा जोन के वसुंधरा, वैशाली, सूर्यनगर, कौशांबी और वैशाली को आपूर्ति के लिए हर दिन 23 क्यूसेक (प्रति सेकंड एक घन फुट पानी का बहाव) गंगाजल मिलता है। गंगाजल और नलकूपों से वसुंधरा जोन में सुबह – शाम दो – दो घंटे पानी की सप्लाई की जाती है। गंगाजल बंद हो जाने पर नगर निगम सिर्फ नलकूपों से पेयजल की आपूर्ति कर पाएगा। ऐसे में 24 घंटे में सिर्फ एक बार मात्र दो घंटे जलापूर्ति होगी।
इंदिरापुरम, सिद्धार्थ विहार और नोएडा को भी रहेगी दिक्कत
इंदिरापुरम में जीडीए जलापूर्ति करता है। जीडीए को प्रताप विहार प्लांट से हर दिन सात क्यूसेक गंगाजल मिलता है। गंगाजल और नलकूप का पानी मिलाकर घरों में आपूर्ति की जाती है। गंगाजल बंद हो जाने के कारण यहां भी नलकूपों से ही जलापूर्ति की जाएगी। सिद्धार्थ विहार को पांच क्यूसेक पानी की सप्लाई होती है। वहीं इस दौरान नोएडा की आपूर्ति भी बंद रहेगी।
खड़ा होगा पेयजल संकट
छह अक्टूबर से नवंबर के पहले सप्ताह तक गंगाजल की आपूर्ति बंद रहने की उम्मीद है। इस वजह से इंदिरापुरम और वसुंधरा जोन में पानी का संकट रहेगा। लोगों का आरोप है कि सामान्य दिनों में ही कभी लाइन लीकेज तो कभी अन्य कारणों से पूरे पानी की सप्लाई नहीं होती। ऐसे में नलकूपों से सभी लोगों को पानी कैसे मिलेगा यह बड़ा प्रश्न है। लोगों को सबमर्सिबल और बोतलबंद पानी खरीदकर ही गुजारा करना पड़ेगा।
लोगों से पानी कम इस्तेमाल की अपील
प्रताप विहार गंगाजल प्लांट के परियोजना अधिकारी शुभेंदु चाैधरी नेबताया किचार अक्टूबर की रात से हरिद्वार से गंग नहर बंद किया जाएगा। संभवत: छह अक्टूबर से गंगाजल प्लांट से पानी की सप्लाई नहीं हो सकेगी। लोगों से अपील है कि पानी का संचय करें और कम से कम पानी का उपयोग करें।
24 घंटे में एक बार होगी आपूर्ति
जलकल के अवर अभियंता सोमेंद्र तोमरछह अक्टूबर की सुबह से गंगाजल बंद होने की सूचना मिली है। ऐसे में नलकूपों से जलापूर्ति की जाएगी। इसकी तैयारी पूरी की जा रही है। इस दौरान 24 घंटे में एक बार जलापूर्ति होगी।
वसुंधरा जोन में पेयजल व्यवस्था का हाल :
- गंगाजल की मांग – 30 क्यूसेक।
- गंगाजल की उपलब्धता – 23 क्यूसेक।
- नलकूप बड़े – 19
- नलकूप छोटे – 52
- भूमिगत जलाशय – पांच
- ओवरहेड टैंक – 18
- पानी के टैंकर – सात
इंदिरापुरम में पेयजल की हाल :
- गंगाजल की मांग – 25 क्यूसेक।
- गंगाजल की उपलब्धता – 15 क्यूसेक।
- ओवरहेड टैंक – आठ।
- नलकूप – 18।
- पानी के टैंकर – पांच।
- भूमिगत जलाशय – चार।