मुंबई। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर वैसे तो बहुत ज्यादा फिल्में नहीं बनी पर जितनी फिल्में बनी है वह सारी की सारी यादगार और भव्य है। मनोज कुमार की शहीद से लेकर क्रांति लगान इंडियन जैसी फिल्में संग्राम की अमर गाथाएं कहती है, इसी सिलसिले को आगे बढ़ाती है सायरा नरसिम्हा रेड्डी। बॉलीवुड और टॉलीवुड के दो महानायक चिरंजीवी और अमिताभ बच्चन जब एक साथ आएंगे तो जाहिर तौर पर फिल्म लार्जर देन लाइफ ही होगी।
फिल्म नरसिम्हा रेड्डी के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने 1857 की क्रांति के 10 साल पहले अपने राज्य उयालपाड़ा से आजादी का बिगुल बजाया था। फिल्म बहुत ही भव्य और दर्शनीय है। निर्देशक सुरेंद्र रेड्डी दर्शकों को 1847 के दशक में ले जाने में पूरी तरह से कामयाब हुए हैं उन्होंने हर छोटी से छोटी चीज का ध्यान रखा है जो उस समय इस्तेमाल होती हो या पाली जाती हो।
अभिनय की अगर बात करें तो चिरंजीवी पूरी तरह से छाए रहे। नरसिम्हा रेड्डी के किरदार में एक पल भी नहीं लगा कि नरसिम्हा रेड्डी का किरदार चिरंजीवी निभा रहे हैं वह खुद नरसिम्हा रेड्डी ही नजर आ रहे थे। महानायक अमिताभ बच्चन भी अपने किरदार में एकदम जीवंत नजर आ रहे हैं। इसके अलावा किच्छा सुदीप, विजय सेतुपति, जगपथी बाबू, रवि किशन, नयनतारा, तमन्नाह और निहारिका जैसे कलाकार भी भारत के नजर आ रहे और सभी ने उम्दा प्रदर्शन किया है।
खासतौर पर किच्चा सुदीप और तमन्ना ने एक ऐसा परफॉर्मेंस दिया है जो अब तक के उनके करियर का सबसे बेहतरीन परफॉर्मेंस है। कुल मिलाकर यह कहा जाए तो गलत नहीं होगा किस सैरा नरसिम्हा रेड्डी ऐसी फिल्म है जिसे मैं सिर्फ इतिहास की नजर से देखना जरूरी है बल्कि एक कलाकृति की तरह भी उसे जाना चाहिए। हालांकि फिल्म की लंबाई थोड़ी ज्यादा है लेकिन फिल्म की गति लंबाई को महसूस नहीं होने देती।