पिलखुवा। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी सोमवार को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के तीसरे चरण का उद्घाटन पिलखुवा के राजपूताना इंटर कॉलेज पहुंचकर किया। यहां उन्होंने छह लेने वाले नेशनल हाईवे का उद्घाटन किया। यहां उनके साथ में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री वीके सिंह और उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री गडकरी ने यूपी गेट पर प्लास्टिक वेस्ट से बन रही सड़क का हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। पूरे प्रोजेक्ट की डिटेल रिपोर्ट का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से जानकारी ली।
नितिन गडकरी ने एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करते हुए कहा कि, जनवरी 2020 तक हर हाल में दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का काम पूरा कर लेंगे। हापुड़ जिले के पिलखुवा में आयोजित उद्घाटन समारोह में 6 लेन का नेशनल हाईवे व दोनों साइड में दो-दो लेन की सर्विस रोड का आज मंत्री ने लोकार्पण किया है। इस चरण में 22.27 किमी. का नेशनल हाईवे 1058 करोड़ की लागत से बनाया गया है, जिसमे पिलखुवा के अंदर 4.68 किमी. की 6 लेन एलिवेटेड रोड, गंग नहर पर बड़े पुल के साथ सात नए छोटे पुल, 11 वाहन अंडरपास, 2 पैदल यात्री अंडरपास, 2 फुटओवर ब्रिज, 6 बड़े और 105 छोटे जंक्शन बनाए गए हैं।
तीन वर्षों में हुआ तैयार
करीब तीन वर्षों से अधिक चलते निर्माण कार्य के बाद डासना से हापुड़ के बीच 22.30 किलोमीटर लंबी छह लेन का नेशनल हाईवे और उसके दोनों तरफ दो-दो लाइन की सर्विस रोड बनकर तैयार हुई है।
इसके तैयार होने पर मुरादाबाद रूट पर जाना-आना काफी आसान हो गया है। साथ ही हापुड़ होते हुए मेरठ जाने की राह आसान हुई है। पिलखुवा के पास छिजारसी टोल के निर्माण को छोड़ दिया जाए तो बाकी हिस्से में सिविल का काम पूरा हो चुका है। 1700 करोड़ रुपये की लागत से बने नेशनल हाईवे पर स्मार्ट मॉनीटरिंग सिस्टम लगाने काम जारी है। एक महीने के अंदर कैमरे लग जाएंगे। इसके बाद ओवर स्पीड व परिवहन नियमों का पालन न करने पर ऑनलाइन चालान कट सकेंगे।
मई 2020 तक पूरा होना है दूसरा चरण
एक्सप्रेसवे का दूसरा चरण यूपी गेट से डासना तक का हिस्सा मई 2020 तक पूरा होना है। इस हिस्से में काम काफी बड़ा है, क्योंकि 14 लेन की सड़क बनाई जानी है, जिसमें बीच की छह लेन एक्सप्रेसवे की होंगी जो सीधे मेरठ तक जाएंगे। इसके बाद दोनों साइड में दो-दो लाइन की रोड नेशनल हाईवे-9 के लिए रखी गई है। उसके बाद दोनों साइड में एक-एक लाइन की सर्विस रोड और फिर पैदल पथ व साइकिल ट्रैक के लिए एक-एक लेन को रखा गया है।