गाजियाबाद। संशोधित मोटर वीइकल ऐक्ट-2019 के लागू होने के बाद ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ट्रांसपोर्ट ऑफिस में भीड़ उमड़ रही है। कुछ ऐसे लोग देखे जा रहे हैं, जिनकी उम्र 35 साल से अधिक है, लेकिन वह पहली बार लर्निंग लाइसेंस बनवाने पहुंच रहे हैं। यही नहीं, बड़ी संख्या में ऐसे लोग भी मिले, जिनके लाइसेंस की वैधता काफी समय पहले खत्म हो चुकी है। नए नियमों के लागू होने के बाद अब वह रेन्युवल के लिए लाइन में लग रहे हैं।
लोगों का कहना है कि अब चालान इतना अधिक हो गया है कि उसे भरना भारी पड़ रहा है। इसलिए लाइसेंस बनवाने की मजबूरी है। डीएल बनवाने के लिए कुछ लोगों ने कॉलेज से छुट्टी की, तो कुछ ऑफिस नहीं गए। उनका कहना है कि लाइसेंस बनवाने में दो से तीन घंटे तक का समय लग रहा है। इसलिए छुट्टी ली है। बड़ी संख्या में लोग अपने काम छोड़कर लाइसेंस बनवाने में जुटे हैं।
शालीमार गार्डन में रहने वाले दिनेश ने बताया कि वह एक रेस्त्रां में काम करते हैं। बाइक से आना-जाना होता है। इसलिए लाइसेंस की जरूरत है। ऐसे में हाफ डे की छुट्टी लेकर वह सुबह दस बजे लाइन में लग गए थे। दो घंटे बाद सभी प्रक्रिया पूरी हो सकी। इसी तरह, साहिबाबाद के आशुतोष कुमार ने बताया कि लाइसेंस बनवाने के लिए कॉलेज से छुट्टी लेनी पड़ी। यहां की भीड़ के बारे में कुछ दिन से सुन रहा था। लग रहा था कि पूरा दिन खराब हो जाएगा। हालांकि, ढाई घंटे में प्रक्रिया पूरी हो गई। जबकि, इंदिरापुरम में रहने वाले प्रियम ने बताया कि वह नोएडा की एक कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजिनियर हैं। डीएल बनवाने के चक्कर में वह ऑफिस नहीं जा सके। 3 घंटे में उनकी प्रक्रिया पूरी हो सकी।