बागपत। स्कूटी लूटकर भाग रहे तीन बदमाशों से पुलिस मुठभेड़ में एक लुटेरे के पैर में गोली लगी। पुलिस ने उसे दबोच लिया। जबकि दो बदमाश भागने में सफल रहे। मुठभेड़ में एक सिपाही भी गोली लगने से घायल हुआ है। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने लूटी गई स्कूटी, मोबाइल व तमंचा बरामद किया है।
थाना कोतवाली के कस्बा अग्रवाल मंडी टटीरी का अमित पुत्र रोहताश खेकड़ा फैक्ट्री में नौकरी करता है। बताया जाता है कि वह अपनी स्कूटी से बुधवार रात करीब 10.15 बजे फैक्ट्री से घर लौट रहा था। महिला थाना के तिराहे पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने तमंचे के बल पर उसे रोककर पिटाई की और स्कूटी, एक मोबाइल, पर्स, एटीएम कार्ड व अन्य सामान लूट लिया। खबर मिलने पर क्राइम ब्रांच और कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रूप से नौरोजपुर गांव के जंगल में घेराबंदी कर ली। इस बीच लुटेरों ने पुलिस पार्टी पर फायरिग शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिग की। एक बदमाश के पैर में गोली लगने से वह गिर गया, जबकि दो बदमाश भाग गए। वहीं एक सिपाही नितिन त्यागी के हाथ में गोली लगी। जख्मी बदमाश की पहचान शानू खान पुत्र मंगत खां निवासी ग्राम जेई थाना भावनपुर (मेरठ) के रूप में हुई। पुलिस ने घायल शानू को गिरफ्तार कर लिया। घायल शानू और सिपाही नितिन को सीएचसी में भर्ती कराया गया।
कोतवाली प्रभारी अरविद कुमार ने बताया कि शानू के पास से तमंचा मय कारतूस, लूटी गई स्कूटी, मोबाइल और पर्स बरामद हुआ। शानू का साथी मुरगव निवासी मुजफ्फरनगर व एक अन्य (मुरगव का दोस्त) भागने में कामयाब हो गया। पूछताछ करने पर शानू ने बताया कि लूट करने के बाद उसे मुजफ्फरनगर जाना था। शानू को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।
सात मुकदमे दर्ज हैं शानू के खिलाफ
पुलिस के मुताबिक शानू के खिलाफ सबसे पहले मेरठ के खरखौदा थाने में वर्ष 2011 में जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज हुआ था। वर्ष 2015 में मुजफ्फरनगर के पुरकाजी में कैंटर लूट का मुकदमा दर्ज हुआ। इस तरह से उसने मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत के अलावा दिल्ली एनसीआर में लूट, चोरी आदि घटना को अंजाम दिया।