
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दो नए टीमों को शामिल कर सकता है, जिससे यह टूर्नामेंट 8 से 10 टीमों का हो जाएगा. हाल ही में आईपीएल फ्रेंचाइजियों के मालिकों और अधिकारियों ने लंदन में एक मीटिंग की थी, जिसमें यह निष्कर्ष निकाला गया कि आईपीएल को 2020 में दो नई फ्रेंचाइजी के आने से फायदा होगा. हालांकि, इन्हें 2021 में खेल का हिस्सा बनाया जाएगा.
पुणे फ्रेंचाइजी 2011 में सहारा ग्रुप ने हासिल की थी और उसकी टीम सहारा पुणे वॉरियर्स के नाम से थी. लेकिन 2013 में यह टीम हट गई थी. इसके बाद 2016 में चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को दो साल के लिए बैन किया गया था तब राइजिंग पुणे सुपरजाइंट और गुजरात लॉयंस के नाम से टीमें शामिल हुई थी. ये टीमें 2 साल तक रही थी और अब वह पूरी तरह से आईपीएल से जुड़ना चाहते हैं. गोयनका की इंडियन सुपर लीग में कोलकाता फ्रेंचाइजी है और वह पिछले कुछ सालों से दिल्ली कैपिटल्स व राजस्थान रॉयल्स से जुड़ना चाह रहे थे लेकिन उन्हें वहां कामयाबी नहीं मिली थी. ऐसे में अब वह नई फ्रेंचाइजी के लिए बोली लगाने को तैयार है.
8 साल पहले 2011 में BCCI ने ऐसा ही विस्तार किया था और IPL में पुणे वॉरियर्स इंडिया और कोच्चि टस्कर्स केरला को शामिल किया गया था, लेकिन वह सफल नहीं हो सका था. आईपीएल में दो नई टीमों की खबर प्रशंसकों को खुश कर सकती हैं. आइए एक नजर डालते हैं कि कौन सी टीमें आईपीएल का हिस्सा बनने की रेस में हैं.
अहमदाबाद:
अडानी ग्रुप अहमदाबाद से अपनी नई आईपीएल की टीम मैदान पर उतार सकता है. अहमदाबाद में सरदार पटेल क्रिकेट स्टेडियम में इससे पहले भी आईपीएल के कई मैच खेले गए है. इतना ही नहीं यह राजस्थान रॉयल्स का घरेलू मैदान भी रह चुका है. इस बार गुजरात के अहमदाबाद में विश्व का सबसे बड़ा स्टेडियम तैयार हो चुका है. 63 एकड़ जमीन में बने इस स्टेडियम में 700 करोड़ रुपये की लागत आई है. इस स्टेडियम में एक साथ 1 लाख 10 हजार लोग बैठकर क्रिकेट का मजा ले पाएंगे. बता दें कि यह सबसे बड़ा स्टेडियम शहर के मोटेरा इलाके में तैयार हुआ है, जिसका नाम सरदार पटेल गुजरात स्टेडियम रखा गया है. एक लाख 10 हजार दर्शकों की क्षमता वाला यह स्टेडियम ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड से भी बड़ा होगा. अडाणी ग्रुप ने 2010 में भी अहमदाबाद की फ्रेंचाइजी का प्रयास किया था लेकिन उस समय उसे नाकाम मिली थी.
रांची:
टाटा ग्रुप ने कुछ साल पहले ही आईएसएल में जमशेदपुर फ्रेंचाइजी खरीदी थी. अब माना जा रहा है कि रतन टाटा का ग्रुप क्रिकेट में भी उतर सकता है. जमशेदपुर क्रिकेट मैच की मेजबानी भी कर चुका है. 2006 में यहां आखिरी बार वनडे खेला गया था. वहीं रांची का नाम भी चल रहा है. एमएस धोनी रांची से आते हैं और यहां पर वर्ल्ड क्लास स्टेडियम भी है. रांची टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के चलते प्रसिद्ध है. रांची के क्रिकेट मैदान अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीनों प्रारूपों के साथ साथ आईपीएल के मैचों का भी आयोजन किया जा चुका है. ऐसा माना जा रहा है, कि टाटा ग्रुप झारखंड के रांची से आईपीएल की टीम बना सकता है.
कानपुर:
एक कारोबारियों का ग्रुप भी है जो उत्तर प्रदेश में कानपुर या लखनऊ की फ्रेंचाइजी लेना चाहते हैं. माना जा रहा है कि उस संघ को बीसीसीआई का बड़ा समर्थन भी मिला हुआ है. बता दें कि हाल ही में लखनऊ के मैदान पर एक टी-20 इंटरनेशनल मैच खेला गया था, जबकि कानपुर में आईपीएल के अधिकांश मैच देखने को मिलते रहते है. इतना ही नहीं इस राज्य से सुरेश रैना, भुवनेश्वर कुमार और पीयूष चावला जैसे खिलाड़ी आते हैं.
पुणे
पुणे शहर से पहले भी दो टीमें आईपीएल में उतर चुकी है. सहारा ग्रुप से पुणे वारियर इंडिया और गोएंका ग्रुप से राइजिंग पुणे सुपरजाइंट. अब एक बार फिर से पुणे से एक नई टीम मैदान पर नजर आ सकती है. खबरों की माने तो गोएंका इंडस्ट्री ने एक बार फिर से आईपीएल टीम खरीदने का मन बनाया है और वह नई टीम पर बोली लगा सकते है. पुणे के पास वैसे भी मौजूदा समय में एक एक फुटबॉल और कब्बडी की टीम पहले से है.