तिरुवनंतपुरम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अच्छे कार्यों की प्रशंसा करने की मांग करके कांग्रेस नेताओं के निशाने पर आए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर से पीएम की तारीफ की है। प्रधानमंत्री के हर दिन भारतीय भाषाओं के एक शब्द को सीखने की सलाह की प्रशंसा करते शशि थरूर ने कहा कि वह लैंग्वेज चैलेंज को स्वीकार करते हैं और हर दिन एक शब्द इंग्लिश, हिंदी और मलयालम में ट्वीट करेंगे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और केरल की तिरुवनंतपुरम सीट से सांसद थरूर ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने एक भाषण का अंत हमें हर दिन अपने से मातृभाषा को छोड़कर एक अन्य भारतीय भाषा के शब्द सीखने का सुझाव देकर किया। उन्होंने कहा, ‘मैं इस हिंदी के प्रभुत्व से हटने का स्वागत करता हूं और प्रसन्नतापूर्वक इस भाषा की चुनौती को आगे बढ़ाऊंगा।’
थरूर ने कहा, ‘प्रधानमंत्री के लैंग्वेज चैलेंज के जवाब में मैं प्रतिदिन अंग्रेजी, हिंदी और मलयालम में एक शब्द ट्वीट करूंगा। अन्य लोग भी ऐसा कर सकते हैं। आज का पहला शब्द बहुलवाद है।’ उन्होंने बहुलवाद को अंग्रेजी और मलयालम में भी लिखा। बता दें कि पीएम मोदी की प्रशंसा करने के कारण थरूर इन दिनों कांग्रेस नेताओं के निशाने पर चल रहे हैं। कांग्रेस ने भी उनसे सफाई मांगी है। थरूर इससे बेपरवाह दिखाई दे रहे हैं।
थरूर ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को नसीहत दी
केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा इस मामले पर सफाई मांगने के बाद थरूर ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को नसीहत दे डाली। थरूर ने कहा, ‘मैं अपने कांग्रेस के साथियों से कहना चाहता हूं कि मेरी राय की कद्र करें, यदि वे इससे सहमत नहीं हैं तो भी।’ थरूर ने कहा, ‘मैं नरेंद्र मोदी सरकार का एक कठोर आलोचक रहा हूं और मुझे उम्मीद है कि मैंने यह काम पूरी रचनात्मकता से किया है। समावेशी मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों के कारण ही मैंने लगातार 3 बार चुनाव जीता है। मैंने अपने कांग्रेस के साथियों से निवेदन करता हूं कि मेरे विचारों की कद्र करें, यदि वे उससे सहमत नहीं हैं तो भी।’
इससे पहले केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने पीएम मोदी की प्रशंसा करने पर शशि थरूर से स्पष्टीकरण मांगा था। केपीसीसी के अध्यक्ष मुल्लाप्पल्ली रामचंद्रन और राज्य में विपक्ष के नेता रमेश चेन्नितला ने थरूर के बयान का खुलकर विरोध किया। यूडीएफ के समन्वयक बेनी बेहनन ने कहा कि कांग्रेस नेताओं की ड्यूटी है कि वे मोदी के कार्यों की प्रशंसा न करें। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस संघ परिवार के अजेंडे को स्वीकार नहीं कर सकती है। किसी भी कांग्रेस नेता को पार्टी की ओर से मोदी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान से दुखी नहीं होना चाहिए। कांग्रेस किसी भी कीमत पर मोदी की नीतियों और उनके विचारों का समर्थन नहीं कर सकती है।’