नई दिल्ली। कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डी के शिवकुमार धनशोधन के एक मामले में पूछताछ के लिए शुक्रवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुए।अधिकारियों ने बताया कि शिवकुमार शाम करीब 6:30 बजे नई दिल्ली खान मार्केट स्थित एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे। उनके साथ उनके समर्थक भी थे। अधिकारियों के मुताबिक कर्नाटक के पूर्व मंत्री का बयान धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया जाएगा। ईडी ने पिछले साल सितंबर में शिवकुमार, नई दिल्ली के कर्नाटक भवन के कर्मचारी हनुमंतैया और कुछ अन्य के खिलाफ धनशोधन का मामला दर्ज किया था।
शिवकुमार ने कहा- मैं कानून का पालन करने वाला नागरिक हूं
ईडी के समन पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैंने अदालत से अनुरोध किया था कि यह एक साधारण सा आयकर का मामला है। मैं पहले ही आयकर रिटर्न दाखिल कर चुका हूं। इसमें प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग (पीएमएलए) का कोई मामला नहीं है। कल रात उन्होंने मुझे एक बजे दिल्ली आने के लिए समन भेजा। मैं कानून की इज्जत करता हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले दो सालों से मेरी 84 साल मां की पूरी संपत्ति को विभिन्न जांच अधिकारियों ने बेनामी संपत्ति के रूप में संलग्न किया गया है और मैं उसमें बेनामी हूं। हमारा सारा खून पहले ही चूसा जा चुका है।’ इसी बीच बंगलूरू में शिवकुमार के आवास के बाहर समर्थकों का जुटना शुरू हो गया है।
शिवकुमार ने कहा, ‘मैंने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है। भाजपा नेताओं ने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि वह मुझे परेशान करने वाले हैं। उन्हें मुझे तकलीफ देने का आनंद लेने दें। मैं इसमें हिस्सा लूंगा और सहयोग करुंगा। मैं आज दोपहर तक व्यस्त हूं इसके बाद मैं दिल्ली के लिए रवाना हो जाऊंगा।’ पिछले साल ईडी ने शिवकुमार और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था। दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया था कि यह मामला कथित कर चोरी और हवाला लेनदेन मामले के आधार पर दर्ज किया गया है। वहीं साल 2017 में उनके 64 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। उनके खिलाफ जांच एजेंसी ने आय से अधिक संपत्ति का भी मामला दर्ज किया है। वहीं कांग्रेस नेता इस कार्रवाई को बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताती रहे हैं।