नई दिल्ली. वर्ल्ड बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीतने के बाद भारत की स्टार शटलर पीवी सिंधु मंगलवार को स्वदेश लौट आईं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। मोदी ने कहा, ‘सिंधु भारत का गौरव हैं। वे एक ऐसी चैम्पियन हैं, जिन्होंने स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम ऊंचा किया है। उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं।’ इससे पहले वे केन्द्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू से भी मिलीं। रिजिजू ने सिंधु को 10 लाख रुपए का चेक इनाम के तौर पर दिया। इस दौरान सिंधु के पिता पीवी रामन्ना और कोच गोपीचंद मौजूद थे।
रिजिजू ने ट्वीट किया, ‘सिंधु ने डब्ल्यूटीएफ में स्वर्ण जीत कर इतिहास रचा है और देश का मान बढ़ाया है।’ सिंधु सोमवार देर रात स्वदेश लौटीं। दिल्ली एयरपोर्ट पर उन्होंने कहा कि मुझे अपने भारतीय होने पर बेहद गर्व महसूस हो रहा है। सिंधु ने रविवार को जापान की नोजोमी ओकुहारा को हरा दिया था। वे इस टूर्नामेंट के 42 साल के इतिहास में चैम्पियन बनने वाली पहली भारतीय बन गईं। सिंधु 2018, 2017 में रजत और 2013, 2014 में कांस्य पदक जीती थीं।
मोदी ने फाइनल के तुरंत बाद भी बधाई दी थी
मोदी ने रविवार को फाइनल के तुरंत बाद भी ट्वीट कर सिंधु को बधाई दी। उन्होंने कहा था- आश्चर्यजनक रूप से प्रतिभाशाली पीवी सिंधु ने फिर भारत को गर्व महसूस कराया। बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड चैम्पियशिप में गोल्ड जीतने के लिए उन्हें बधाई। जिस जुनून और लगन से वे बैडमिंटन खेलती हैं वो प्रेरणा देने वाला है। सिंधु की सफलता अगली पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रेरणा देंगी।