गाजियाबाद : हिंडन एलिवेटेड रोड पर गंदगी मिलने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाराजगी जताने के मामले में गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने रखरखाव का काम देख रही कंपनी पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगा दिया है। इस मामले में चार अभियंताओं को पहले ही कारण बताओ नोटिस दिए जा चुके हैं।
सात अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हिडन एलिवेटेड रोड के रास्ते पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की अंतिम यात्रा में शामिल होने दिल्ली गए थे। यूपी गेट के पास एलिवेटेड रोड के डाउन रैंप पर गंदगी के साथ निर्माण सामग्री फैली हुई थी। यह देख उन्होंने नाराजगी जताई थी। लापरवाह अधिकारियों, कर्मचारियों और एजेंसी पर कार्रवाई का आदेश दिया था। जीडीए ने इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए परियोजना प्रभारी अधिशासी अभियंता आरपी सिंह, सहायक अभियंता आरके सिंह, अवर अभियंता जगजीवन देवड़ी और अवर अभियंता मनोज गर्ग को कारण बताओ नोटिस दिया था। रोड का निर्माण और रखरखाव करने वाली नवयुगा इंजीनियरिग कंपनी लिमिटेड को नोटिस दिया गया था। कंपनी के जवाब से जीडीए संतुष्ट नहीं हुआ। इस वजह से कंपनी पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इसे जमा कराने के लिए एक सप्ताह का वक्त दिया गया है। एमसीडी से कहा सफाई रखें
जीडीए ने एमसीडी को पत्र लिख कर सफाई रखने के लिए कहा है। हिडन एलिवेटेड रोड के डाउन रैंप के पास एमसीडी का नाला है। साथ ही एक टोल भी लगा है। जीडीए ने कहा है कि नाले और टोल के आसपास सफाई रखी जाए। वहां का कूड़ा उड़ कर रोड पर आता है। इसके अलावा एनएचएआइ को पत्र लिख कर सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए कहा है। वहां एनएचएआइ निर्माण कार्य करा रहा है। जिस कारण निर्माण सामग्री फैली हुई है। गाजियाबाद नगर निगम को भी सफाई कराने के लिए पत्र भेजा है। हिडन एलिवेटेड रोड पर सफाई रखना नवयुगा इंजीनियरिग कंपनी लिमिटेड की जिम्मेदारी है। कंपनी ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। उसके लिए उस पर दो लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। – संतोष कुमार, सचिव, जीडीए