गाजियाबाद : कविनगर थानाक्षेत्र में 26 जुलाई की रात व्यापारी के घर हुई एक करोड़ से ज्यादा की चोरी उनके ही ड्राइवर ने करवाई थी। पुलिस ने ड्राइवर समेत चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। वहीं उनके पास से सोने व चांदी के करीब 58 लाख की ज्वैलरी तथा 50 लाख रुपये कैश भी बरामद किए हैं। व्यापारी की चोरी हुई लाइसेंसी रिवाल्वर भी बरामद कर ली है। व्यापारी का ड्राइवर पिछले 15 सालों से उसके पास ही काम कर रहा था। जिसके चलते वह व्यापारी के घर के विषय में काफी जानकारी रखता था। उसने अपने साथियों की मदद से घटना को अंजाम दिया।
एजीडी जोन मेरठ प्रशांत कुमार ने बताया कि कविनगर एल ब्लाक में अंकुश बंसल परिवार के साथ रहते हैं। अंकुश लोहे व प्लास्टिक के पाइप का कारोबार करते हैं। 26 जुलाई को उनकी बेटी के जन्मदिन के मौके पर पूरा परिवार रात आठ बजे बाहर खाना खाने गया था। देर रात जब घर वापस आए तो घर के मेन गेट का ताला खुला था और अंदर सारा सामान बिखरा हुआ था। चोर घर से नकदी, ज्वैलरी तथा एक लाइसेंसी रिवाल्वर चोरी कर ले गए थे। घटना की तफ्तीश में पुलिस जुटी हुई थी। जांच पड़ताल के दौरान पुलिस व्यापारी के ड्राइवर पर नजर रखे हुए थी। 31 जुलाई की रात को पुलिस ने अंकुश बंसल के चालक भागचंद व उसके दो साथी गांव रजापुर निवासी मनीष उर्फ मंगल तथा प्रिस उर्फ नेवला को बम्हैटा गेट से गिरफ्तार किया। इनके पास से एक विदेशी रिवाल्वर, एक तमंचा व दो कारतूस बरामद किए।
पुलिस ने इनसे पूछताछ के बाद भागचंद के घर से चोरी किए गए 20 लाख रुपये, मनीष के घर से 14 लाख 80 हजार रूपये, एक सोने का तथा हीरे का हार, सात सोने की अंगूठी, 6 कड़े सोने के, 2 चैन समेत अन्य सामान बरामद किया। वहीं प्रिस के घर से 12 लाख रुपये तथा उसके पिता मुकेश के पास से करीब दो लाख रुपये बरामद किए। एडीजी ने बताया कि उन चारो के पास से करीब 58 लाख रुपये की ज्वैलरी तथा करीब 50 लाख रुपये कैश बरामद हुआ है। आरोपित ज्वैलरी बेचने की फिराक में थे।
15 साल से काम कर रहा था भागचंद
पुलिस के अनुसार ड्राइवर भागचंद, अंकुश बंसल के घर पर पिछले 15 सालों से काम कर रहा था। भागचंद के पिता भी अंकुश के घर पर ही काम करते थे। भागचंद बचपन से ही अंकुश के घर पर रहता था। बड़ा होकर उनके घर पर ही ड्राइवर बन गया। शराब पीने के शौकीन भागचंद की दोस्ती कविनगर थानाक्षेत्र के ही रजापुर निवासी प्रिस तथा मनीष से हो गई थी। प्रिस को पैसे की जरूरत थी, अत: तीनों से चोरी करने की योजना बनाई। इसके पहले ही भागचंद ने मेन गेट पर लगने वाले ताले की डुप्लीकेट चाबी बनाकर तैयार कर ली थी।
साड़ी व बेडशीट की बनाई थी रस्सी
चोरी करने के बाद आरोपित अंकुश के घर की बेडशीट व साड़ी की रस्सी बनाकर पड़ोसी के मकान के पीछे की तरफ से भागे थे। पुलिस के अनुसार रात 12 बजे जब अंकुश अपने परिवार के साथ वापस आए तो चोर कोठी में ही मौजूद थे। मगर उनके आने की आहट सुनकर वो जल्दी से भागे और दूसरी मंजिल के साथ जीने के दरवाजे भी बंद कर लिए थे। फिर पड़ोसी की छत से साड़ी व बेडशीट को रस्सी की तरह बांधकर भाग गए थे। जल्दबाजी में चोर कई जगह पर नोट भी गिरा गए थे। घर के पास व पीछे की गली में लगे सीसीटीवी में चोरों की फुटेज भी आई थी।
एडीजी ने की पुलिस टीम को 50 हजार रुपये का इनाम देने की घोषणा
इस बेहद चर्चित चोरी के मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी तथा माल बरामद होने पर एडीजी जोन ने पुलिस टीम को 50 रूपये का इनाम देने की घोषणा की है। एडीजी ने कहा कि यह पिछले 4-5 सालों की सबसे बड़ी चोरी है और पुलिस टीम ने बहुत जल्दी ही इसका खुलासा किया है अत: टीम बधाई की पात्र है। इस घटना के बाद व्यापारी वर्ग में भी आक्रोश था।