भारत का वेस्टइंडीज दौरा 3 अगस्त से शुरू हो रहा है। इस दौरे पर भारत को 3 टी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेलने हैं। दौरे की शुरुआत टी-20 सीरीज के साथ होगी। इसके बाद वनडे सीरीज खेली जाएगी। विंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन रविवार (21 जुलाई) को मुंबई में हो गया है। वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन के बाद केदार जाधव के भविष्य को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही थीं। लेकिन केदार जाधव को वनडे टीम में बरकरार रखा गया है। वहीं, वेस्टइंडीज दौरे के लिए श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, नवदीप सैनी और खलील अहमद भारत की वनडे टीम में शामिल किया गया है।
महेंद्र सिंह धौनी विंडीज दौरे से अपना नाम पहले ही वापस ले चुके हैं। वहीं, वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद चयनकर्ता नए और युवा खिलाड़ियों को मौका देने के मूड में नजर आ रहे थे। और उन्होंने खिलाड़ियों के सलेक्शन में ऐसा किया भी।
3 मैचों की वनडे सीरीज के लिए टीम इंडिया: विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उपकप्तान), शिखर धवन, केएल राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, केदार जाधव, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, खलील अहमद, नवदीप सैनी।
हमने कुछ ऐसी चुनी थी वनडे सीरीज के लिए टीम
रोहित शर्मा: वर्ल्ड कप 2019 टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 648 रन बनाने वाले रोहित शर्मा वेस्टइंडीज दौरे पर टीम का हिस्सा होंगे। इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने वर्ल्ड कप में 5 अर्धशतक जड़कर बता दिया है कि वह इस वक्त अपने सबसे शानदार फॉर्म में चल रहे हैं। विराट कोहली को रेस्ट देने की भी बातें चल रही हैं। ऐसे में रोहित शर्मा जैसे अनुभवी बल्लेबाज का टीम में होना जरूरी है, जो विराट की गैरमौजूदगी में टीम को संभाल सके।
शिखर धवन: वर्ल्ड कप 2019 के दौरान शिखर धवन का अंगूठा फ्रैक्चर हो गया था, जिसकी वजह से उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पडा़ था। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार 117 रनों की पारी खेलने वाले धवन इसी मैच में चोटिल हो गए थे। अंगूठा चोटिल होने के बाद भी वह खेलते रहे थे। लेकिन अब धवन की चोट ठीक हो गई है और वह सलेक्शन के लिए उपलब्ध रहेंगे। धवन टीम इंडिया के ओपनिंग बल्लेबाज हैं और वह वेस्टइंडीज के खिलाफ दमदार कमबैक करने के लिए तैयार होंगे।
विराट कोहली: वर्ल्ड कप 2019 की निराशा के बाद विराट कोहली वापसी करना चाहेंगे। वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से 18 रन से मात खाने के बाद विराट कोहली की कप्तानी पर कई सवाल उठने लगे थे। विराट इस दौरे पर अपने आलोचकों को जवाब देने के लिए बेचैन होंगे।
श्रेयस अय्यर: भारत के युवा खिलाड़ी श्रेयस अय्यर ने घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार परफॉर्म किया है। श्रेयस अय्यर कैरेबियन सीरीज में टीम इंडिया के कप्तान अय्यर नंबर 4 की पोजिशन की समस्या भी हल कर सकते हैँ। आईपीएल में भी दिल्ली कैपिटल्स की कप्तानी करते हुए उन्होंने टीम को 6 साल बाद प्लेऑफ में पहुंचाया था।
ऋषभ पंत: भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने विंडीज दौरे के लिए खुद को अनुपलब्ध बताया है। सभी की निगाहें उनके चयन पर थीं। अब धौनी की गैरमौजूदगी में ऋषभ पंत विकेटकीपर के लिए चयनकर्ताओं की पहली पसंद होंगे।
शुभमन गिल: इसमें कोई शक नहीं है कि शुभमन गिल भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे हैं। पंजाब के 19 साल के डायनमिक बल्लेबाज शुभमन गिल ने फैन्स के बीच अपनी एक पहचान बनाई है। अंडर-19 वर्ल्ड कप के ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ गिल ने 31 जनवरी 2019 को टीम इंडिया में डेब्यू किया। जब भी उन्हें अवसर मिला है, उन्होंने परफॉर्म करके दिखाया है। 27 आईपीएल मैच खेल चुके शुभमन का स्ट्राइक रेट 132.36 है। वह चार अर्द्धशतक लगा चुके हैं। आक्रामकता और नियमितता उनकी खासियत है। वेस्टइंडीज में इंडिया ए के लिए भी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
विजय शंकर: पैर के अंगूठे की चोट की वजह से विजय शंकर को भी बीच में ही वर्ल्ड कप 2019 का सफर छोड़ना पड़ा था। हालांकि, वर्ल्ड कप के दौरान विजय शंकर इंप्रेस करने में नाकाम रहे हैं, लेकिन चयनकर्ता इस ऑलराउंडर खिलाड़ी को और मौके देना चाहेंगे। वर्ल्ड कप में इस ऑलराउंडर ने पाकिस्तान के खिलाफ दो विकेट झटके थे। तमिलनाडु के इस खिलाड़ी ने वर्ल्ड कप की तीन पारियों में 58 रन बनाए।
क्रुणाल पांड्या: मुंबई इंडियंस के ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या ने घरेलू क्रिकेट में शानदार परफॉर्म किया। आईपीएल में भी क्रुणाल ने अपनी परफॉर्मेंस से सभी को इंप्रेस किया है। मुंबई इंडियंस की तरफ से खेलते हुए पिछले सीजन में क्रुणाल ने 15 पारियों में 183 रन बनाए थे। इसके साथ ही 16 पारियों में 12 विकेट भी हासिल किए थे। वेस्टइंडीज दौरे पर क्रुणाल इंडिया ए का हिस्सा भी हैं। वहां भी उनका प्रदर्शन अच्छा है। ऐसे में उम्मीद है कि वेस्टइंडीज दौरे पर उन्हें सीनियर टीम में मौका दिया जाए।
केएल राहुल: वर्ल्ड कप 2019 में केएल राहुल भारत की तरफ से तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने टूर्नामेंट में 45.12 की औसत और 77.47 के स्ट्राइक रेट से 361 रन बनाए। हालांकि, ओपनिंग करते हुए वह बल्लेबाजी में कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं। लेकिन नंबर 4 पर खेलते हुए उन्होंने इंप्रेस किया है।
रवींद्र जडेजा: वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइल में टीम इंडिया के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के परफॉर्मेंस को पूरी दुनिया ने सराहा। जडेजा ने इस मैच में 59 गेंदों में शानादर 77 रनों की पारी न्यूजीलैंड के खिलाफ खेली। इसके अलावा फील्डिंग और गेंदबाजी में जडेजा ने अपना कमाल दिखाया।
भुवनेश्वर कुमार: वर्ल्ड कप 2019 में भुवनेश्वर कुमार का परफॉर्मेंस अच्छा रहा। टूर्नामेंट के 6 मैचों में इस तेज गेंदबाज में 10 विकेट झटके। डेथ ओवरों में भुवी की गेंदबाजी शानदार रहती है। वेस्टइंडीज दौरे पर जसप्रीत बुमराह को रेस्ट देने की खबरें भी चल रही है। अगर ऐसा होता है तो बुमराह की गैरमौजूदगी में भुवी के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी होगी।
मोहम्मद शमी: पिछले कुछ वक्त में मोहम्मद शमी ने खुद को साबित किया है। वर्ल्ड कप 2019 में उनकी शानदार गेंदबाजी ने सभी को प्रभावित किया है। वर्ल्ड कप के चार मैचों में शमी ने 14 विकेट झटके। वेस्टइंडीज दौरे पर चयनकर्ता शमी को टीम में जरूर शामिल करना चाहेंगे।
कुलदीप यादव: पिछले कुछ वक्त से कुलदीप यादव आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं। आईपीएल के बाद वर्ल्ड कप में भी कुलदीप की गेंदबाजी में वह पुरानी धार देखने को नहीं मिली है। कुलदीप ने वर्ल्ड कप के 7 मैचों में सिर्फ 6 विकेट हासिल किए। आईपीएल 2019 में केकेआर की तरफ से खेलते हुए वह 9 मैचों में सिर्फ 4 विकेट ही ले पाए थे। ऐसे में वेस्टइंडीज दौरे पर वह अपनी कमियों में सुधार कर फॉर्म में वापस आने की कोशिश करेंगे।
युजवेंद्र चहल: भारत के इस लेग स्पिनर ने बहुत कम वक्त में इंडियन टीम में अपनी खास जगह बना ली है। वर्ल्ड कप 2019 में चहल ने 8 मैचों में 12 विकेट हासिल किए। चहल अपनी यही फॉर्म वेस्टइंडीज के खिलाफ भी जारी रखना चाहेंगे। चहल ने आईपीएल 2019 में आरसीबी की तरफ से 14 मैचों में 18 विकेट झटके थे।
नवदीप सैनी: हरियाणा में करनाल के 26 साल के नवदीप सैनी दाएं हाथ के मध्यम तेज गति के गेंदबाज हैं। 2017-18 के घरेलू क्रिकेट में नवदीप ने नई ऊंचाइयां हासिल की थीं। उन्होंने 34 विकेट लेकर अपनी टीम दिल्ली को फाइनल में पहुंचाया था। वह 13 आईपीएल मैचों में 11 विकेट ले चुके हैं। नवदीप को भी तैयार किए जाने की जरूरत है। अगर उन्हें वेस्टइंडीज के दौरे के लिए चुना जाता है तो वह भारत के लिए एसेट साबित हो सकते हैं।