मुंबई। वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम इंडिया के चयनकर्ता अब 21 जुलाई को टीम चुनने के लिए बैठक करेंगे। इस बैठक में जाहिर है ‘स्प्लिट कैप्टंसी’ (वनडे और टेस्ट टीम के अलग कप्तान) के मामले पर चर्चा होगी, लेकिन टीम इंडिया में अभी इसका अनुमान दिख नहीं रहा है। यदि चयनकर्ता इसपर विचार करते हैं, तो टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा वनडे कप्तानी के दौड़ में सबसे आगे हैं।
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली क्रिकेट के हर प्रारुप के बेहतरीन बल्लेबाज हैं। कोहली अगले महीने से शुरू होने वाले वेस्टइंडीज दौरे के दौरान वनडे, टी20 और टेस्ट मैचों में भारतीय टीम की कमान संभालेंगे। जानकारों के मुताबिक, रविवार को होने वाली चयन समिति की बैठक में इन सभी मामलों पर चर्चा होगी। कुछ दिन पहले कहा जा रहा था कि विंडीज दौरे के लिए कोहली को आराम दिया जा सकता है और टीम के उप कप्तान रोहित शर्मा को टीम की कमान सौंपी जा सकती है।
इससे पहले भी भारत के लिए अलग अगल फॉर्मेट के लिए कप्तान रहे हैं। साल 2016 में टीम इंडिया के पास टेस्ट और वनडे के लिए अलग-अलग कप्तान थे। उस समय महेंद्र सिंह धोनी एकदिवसीय मैच और विराट कोहली टेस्ट मैचों की कप्तानी संभाला करते थे। उनसे पहले नवंबर 2007 से अक्टूबर 2008 तक अनिल कुंबले टेस्ट कैप्टन और धोनी टी20 और वनडे के कप्तान रहे, लेकिन भारत में ‘स्प्लिट कैंप्टंसी’ बहुत ज्यादा कमाल नहीं दिखा पाई है।
भारतीय क्रिकेट के लिए गुरुवार का दिन काफी व्यस्त रहा। बीसीसीआई के सचिव अमिताभ चौधरी एक कोर्ट केस की वजह से रांची से वापस नहीं आ पाए इसकी वजह से चयन समिति की मीटिंग को टालना पड़ा। एमएसके प्रसाद जो चयन समिति के प्रमुख हैं, अब मुंबई में बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सीओए की ओर से जारी नए निर्देशों के अनुसार चयनसमिति की बैठक बुलाने का अधिकार सचिव को नहीं बल्कि चयन पैनल के अध्यक्ष को होगा।
टीम इंडिया का वेस्ट इंडीज दौरा अगले महीने तीन अगस्त से शुरू होगा। इस दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन शुक्रवार को होना तय किया गया था लेकिन उसे टाल दिया गया। टीम इंडिया के खिलाड़ी पूरी तरह से वेस्टइंडीज दौरे के लिए तैयार हैं और वो इस सीरीज में भी पूरे जोश और जूनून के साथ क्रिकेट खेलेंगे। विंडीज के बाद न्यूजीलैंड का दौरा भी होगा। अगले 24 महीनों में टीम इंडिया हर टेस्ट टीम के खिलाफ खेलेगी। वेस्टइंडीज का दौरा आईसीसी के टेस्ट चैम्पियनशिप की शुरुआत के रूप में भी देखा जा रहा है। जो कि एशेज में अगले महीने इंग्लैंड में शुरू होने वाला है और कोई भी टीम इस दौरे को हल्के में लेना नहीं चाहेगी।