नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में आज बारिश हो रही है। बारिश से देश की राजधानी में मौसम सुहाना रहा। मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटों में दिल्ली समेत उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है। गौरतलब है कि दिल्ली में 15 जुलाई को पहली बार अच्छी बारिश हुई। जिसके बाद दिल्लीवासियों को भरी गर्मी से राहत मिली। सोमवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 37.8 डिग्री था। वहीं न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री रहा।
हालांकि उमस का स्तर मंगलवार को भी देखने को मिला। हल्की धूप और बादलों की लुकाछिपी का खेल चलता है। वहीं दिन में कई बार काले बादल दिखाई छाए रहे। मौसम जांचने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट के अनुसार, अगले दो दिन मॉनसून अच्छा रहेगा। वहीं दिल्ली में लोग बारिश को लेकर इंतजार कर रहे हैं। जबकि उत्तर भारत और पूर्वोत्तर में भारी बारिश और बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त है। राज्यों में बाढ़ ने भयंकर और विकराल रूप धारण कर लिया है। बिहार और असम में बाढ़ से अभी तक 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
बिहार में नेपाल से आ रहा पानी
45 लाख से ज्यादा लोग अब तक बाढ़ से प्रभावित हैं । हालांकि एनडीआरएफ ( NDRF ) और एसडीआरएफ ( SDRF ) की टीमें इलाके में 24 घंट मुस्तैद हैं। पू्र्वोत्तर और बिहार में नेपाल से पानी आ रहा है।
बिहार में 12 जिलों में 25 लाख लोग प्रभावित
बिहार में बाढ़ से अभी तक 25 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मिथिलांचल से लेकर सीमांचल और कोसी क्षेत्र बाढ़ की चपेट में है। इलाकों में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। मधुबनी, झंझारपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, रक्सौल समेत 12 जिलों में बाढ़ ने तांडव मचा रखी है।
मोतिहारी में अभी तक बाढ़ से 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं अररिया में 9 लोगों की मौत हो गई। हालांकि राज्य सरकार की ओर से राहत और बचाव कार्य जारी है।
पूर्वोत्तर में बाढ़ से मची तबाही
पूर्वोत्तर में असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा भी बाढ़ की चपेट में है। असम में बाढ़ से 31 जिलों के 43 लाख लोग बाढ़ की चपेट में हैं। बाढ़ के कारण यहां अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही फसलें भी पूरी तरह से बर्बाद हो गई। काजीरंगा नेशनल पार्क भी बाढ़ की चपेट है। जानवारों का बुरा हाल है। असम में पूरा का पूरा इलाका पानी में डूबा हुआ है। राज्यों में प्रशासन की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।