नई दिल्ली। भारी बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात हैं और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने मोर्चा संभाल लिया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार बाढ़ से सर्वाधिक प्रभावित असम और बिहार में आठ नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को उच्च स्तरीय बैठक कर बाढ़ से पैदा हुए हालात और इससे निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तैयारियों पर चर्चा की. शाह ने वरिष्ठ अधिकारियों को बाढ़ से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने और प्रभावित राज्यों की हर संभव सहायता करने के निर्देश दिए. केंद्रीय जल आयोग के अधिकारियों ने गृह मंत्री को बताया कि असम में ब्रह्मपुत्र, बेकी, जिआभराली, कटखल, बराक और बिहार में कमला, बागमती, गंडक, महानंदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
भारतीय मौसम विभाग के अधिकारियों ने बैठक के दौरान अमित शाह को बताया कि पिछले तीन-चार दिन में असम और बिहार में मूसलाधार बारिश हुई है. अगले 48 घंटे में भी भारी बारिश का अनुमान है. केंद्रीय जल आयोग और मौसम विभाग ने नियमित अंतराल पर मौसम बुलेटिन जारी करते रहने की जानकारी दी.
बाढ़ प्रभावित राज्यों में एनडीआरएफ तैनात
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के डीजी सत्यनारायण प्रधान ने इस बैठक में बाढ़ प्रभावित राज्यों में बल की 73 बटालियन तैनात किए जाने की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह बटालियनें सभी जरूरी उपकरणों से लैस हैं. बल ने असम और बिहार में अब तक लगभग 750 नागरिकों को सुरक्षित बचाया भी है. एनडीआरएफ के डीजी ने गृह मंत्री को बताया कि बल के मुख्यालय और क्षेत्रीय रिस्पॉन्स सेंटरों पर अन्य टीमों को भी अलर्ट रखा गया है.
हालात पर गृह मंत्रालय के कंट्रोल रूम की नजर
बाढ़ से उत्पन्न हालात पर गृह मंत्रालय के कंट्रोल रूम की नजर है. एनडीआरएफ, मौसम विभाग और केंद्रीय जल आयोग भी 24 घंटे हालात पर करीबी नजर रखे है. गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि अमित शाह ने आपदा प्रबंधन विभाग को बाढ़ प्रभावित राज्यों के संपर्क में रहने और प्रत्येक जरूरी सहायता उपलब्ध कराने को निर्देश दिए हैं. बता दें कि असम और बिहार में बाढ़ ने विकराल रूप ले लिया है. जिससे लाखों लोग विस्थापित होकर राहत शिविरों में शरण लेने को मजबूर हैं.