गाजियाबाद। डासना स्थित शिवशक्ति धाम के मंहत व अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने एक प्रेस वार्ता में कहा कि पुलिस-प्रशासन मिलीभगत कर इस साजिश को दबाने में जुट गया है। यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने आरोप लगाया कि आठ जुलाई को एक समुदाय विशेष की बैठक में खुलेआम उनकी हत्या करने का ऐलान किया गया। साथ ही मारने वाले को ईनाम राशि भी देने की घोषणा की गई।
यति नरसिंहानन्द सरस्वती ने कहा एक समुदाय विशेष डासना के शिवशक्ति धाम को उजाडऩे का प्रयास कर रहा हैं। वे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को भी कश्मीर बनाना चाहते हैं। यति ने कहा कि उनकी हत्या उनके धर्म के लिए बलिदान होगी, लेकिन इसका मुंहतोड़ जवाब भी दिया जाएगा। राष्टï्रीय सैनिक संस्था के अध्यक्ष कर्नल टीपीएस त्यागी ने कहा कि अगर नरसिंहानंद सरस्वती के साथ कोई घटना होती है तो देश के बहुसंख्यक समाज का विश्वास सरकार और सिस्टम से उठ जाएगा। उन्होंने सरकार से तत्काल इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की। प्रेसवार्ता में मौजूद अन्य हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर नरसिंहानंद की हत्या की गई तो अंजाम अच्छा नहीं होगा।
प्रेस वार्ता में वरिष्ठ हिंदूवादी विचारक विनोद सर्वोदय, अखिल भारतीय अजगर महासंघ के अध्यक्ष डॉ. आरके तोमर, शशि चौहान, सतेंद्र चौहान, सर्वेश मित्तल, हिन्दू स्वाभिमान के महामंत्री अनिल यादव, अमर बलिदानी मेजर आशाराम त्यागी सेवा संस्थान के अध्यक्ष नीरज त्यागी, महामंत्री अक्षय त्यागी, उपाध्यक्ष संजय त्यागी, अखिल भारतीय त्यागी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार त्यागी, महामंत्री अश्वनी त्यागी, निरंजन राघव, सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता पृथ्वीराज चौहान, नवयुवा सेवा संस्था के अध्यक्ष कृष्णा त्यागी, हिन्दू जागरण मंच के अध्यक्ष सतेंद्र त्यागी, हिन्दू युवा वाहिनी के अध्यक्ष संजीव बाल्मीकि तथा अन्य उपस्थित थे।